नई दिल्ली। कोविड-19 महामारी के बीच जम्मू-कश्मीर सरकार ने लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। महामारी के चलते सरकार ने जम्मू-कश्मीर के उन सभी परिवारों तक पहुंचने का फैसला किया है, जो कोरोना से प्रभावित हुए हैं। साथ ही सरकार ने यह भी कहा है कि उन सभी लोगों को आर्थिक सहायता या अन्य सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। इसकी जानकारी जम्मू-कश्मीर उपराज्यपाल कार्यालय द्वारा किए गए एक ट्वीट के जरिए दी गई है।
मदद के लिए कई सरकारी घोषणाएं
- अगले दो महीनों के लिए सभी पंजीकृत कंस्ट्रक्शन वर्कर्स, पालकी वाले, पोनी वाले, पिट्ठू वालों को 1,000-1,000 रुपये देने का ऐलान किया गया है।
- वरिष्ठ नागरिक जो परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य को खो चुके हैं, उन्हें आजीवन पेंशन के लिए विशेष पेंशन प्रदान की जाएगी।
- राशन कार्ड धारकों को समय पर प्राथमिकता के आधार पर राशन की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
- सोशल वेलफेयर स्कीम जैसे कि वृद्धावस्था पेंशन, लाडली बेटी आदि और पीएमएवाई, मनरेगा और अन्य कल्याणकारी योजनाओं की किश्त तुरंत जारी की जाएगी।
- ओल्ड-एज होम्स, अनाथालयों को सरकार की तरफ से राशन आदि सभी प्रकार की सहायता दी जाएगी।
- जिन बच्चों ने अपने माता-पिता, दोनों को खो दिया है, उन्हें सरकार की ओर से विशेष स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी।
- इसके साथ यह भी आग्रह किया गया कि वह कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर अपनाएं और जल्द से जल्द टीकाकरण करवाएं ताकि इस महामारी को हराया जा सके।
कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के लिए कई महत्वपूर्ण कदम
कोविड-19 महामारी में जिन बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया है, उनके लिए कुछ दिन पहले भी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एक पहल शुरू की। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “अगर आपको किसी ऐसे बच्चे के बारे में पता चले, जिसने अपने माता और पिता दोनों को कोरोना के कारण खो दिया है और उसकी देखभाल करने वाला भी कोई नहीं है, तो इसकी जानकारी अपने जिले की पुलिस या बाल कल्याण समिति को दें।” इसके लिए उन्होंने चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर ‘1098’ पर संपर्क करने की सलाह दी और कहा कि यह आपकी कानूनी जिम्मेदारी है।
अनाथ बच्चों की तस्वीर न करें शेयर
इसके साथ उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर बच्चों की तस्वीरें शेयर न करें। उन्होंने लिखा, “इस संकट के समय कृपया करके सोशल मीडिया पर बच्चों की तस्वीरें और उनके कॉन्टेक्ट डिटेल को शेयर न करें। कानून के अनुसार उनकी पहचान संरक्षित की जानी चाहिए। उनके बारे में आप पुलिस, बाल कल्याण समिति या चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर ‘1098’ पर सूचित करें।”