- मुख्यमंत्री के समक्ष उ.प्र. पुलिस एवं फॉरेंसिक साइंस विश्वविद्यालय के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण
- न्यायालयों में दायर विभिन्न प्रकार के वादों के निस्तारण में फॉरेंसिक रिपोर्ट की महत्वपूर्ण भूमिका
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर उप्र पुलिस एवं फॉरेंसिक साइंस विश्वविद्यालय के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण देखा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना शीघ्रातिशीघ्र की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून का राज स्थापित करते हुए अपराध पर नियंत्रण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलवाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि न्यायालयों में दायर विभिन्न प्रकार के वादों के निस्तारण में फॉरेंसिक रिपोर्ट की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। प्रदेश में विधि विज्ञान के क्षेत्र में दक्ष लोगों की उपलब्धता तथा फॉरेंसिक साइंस में उच्चस्तरीय शोध के उद्देश्य से राज्य सरकार यूपी पुलिस एवं फॉरेंसिक साइंस विश्वविद्यालय की स्थापना कर रही है।
हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार से क्या-क्या कहां ?
प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश पुलिस एवं फॉरेंसिक साइंस विश्वविद्यालय के गठन, इसके लिए भूमि के आवंटन, बजट के आगणन, विश्वविद्यालय के संचालनार्थ पदों के सृजन, विश्वविद्यालय में प्रस्तावित विभागों, कुल प्रस्तावित पदों, यूपी पुलिस एवं फॉरेंसिक साइंस विश्वविद्यालय एवं डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के बीच एमओयू इत्यादि के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई।
ताजपोशी के तुरन्त बाद बिहार के शिक्षा मंत्री ने क्यों दिया इस्तीफा
मुख्यमंत्री ने जनपद लखनऊ की सरोजनीनगर तहसील में पुलिस प्रशिक्षण संस्थान के नाम दर्ज 57.549 हे0 भूमि में से इस विश्वविद्यालय के लिए 50 एकड़ भूमि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य को शीघ्र प्रारम्भ कर संचालित करने के निर्देश दिए।