
फतेहाबाद। साइकिल भत्ता बढ़ाने और ऑनलाइन हाजिरी प्रणाली के विरोध में ग्राम पंचायत सचिवों का सत्याग्रह आंदोलन गुरुवार को 11वें दिन भी जारी रहा। जिला भर के सचिव साइकिलों से अपने-अपने पंचायत सचिवालय पहुँचे और सरकार को अपनी मांगों के प्रति सचेत किया।
ग्राम विकास अधिकारी एसोसिएशन के जिला महामंत्री हर्षवर्धन प्रशांत ने बताया कि सभी ब्लॉकों में सचिवों ने एकजुटता दिखाई और साइकिलों से ही पंचायत भवनों में पहुंचकर नियमित कार्य निपटाए।
ग्राम विकास अधिकारी संघ आगरा के जिला अध्यक्ष राजवीर सिंह चाहर ने कहा कि सचिवों ने ग्रामीण क्षेत्रों में दौरा करते हुए जन समस्याओं का समाधान साइकिल से ही किया और IGRS शिकायतों का निस्तारण भी इसी माध्यम से संपन्न किया।
एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष ऋषि कुमार सिंह ने कहा कि सचिवों की साइकिल यात्रा से अधिकारी दिनभर परेशान रहे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने मांगे नहीं मानीं, तो 15 दिसंबर को प्रदेशभर के सचिव अपने-अपने विकासखंडों पर डोंगल जमा कर देंगे, जिसके बाद आंदोलन दूसरे चरण में प्रवेश करेगा।
ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के जिला अध्यक्ष दीवान सिंह ने बताया कि अकोला, अछनेरा, सैया और खैरागढ़ ब्लॉक में अधिकारियों द्वारा सचिवों को अर्जेंट काम के लिए दबाव डाला गया, लेकिन सचिवों ने साफ कहा कि यातायात का एकमात्र साधन साइकिल है, ऐसे में तत्काल पहुंचना संभव नहीं।
संघ के जिला मंत्री अमीन खान ने कहा कि प्रदेश सरकार के 29 से अधिक विभागों के कार्य पंचायत सचिवों के माध्यम से किए जा रहे हैं, लेकिन कार्यभार बढ़ने के बावजूद उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा। उन्होंने मांग की कि साइकिल भत्ता बढ़ाकर मोटरसाइकिल भत्ता दिया जाए तथा ऑनलाइन हाजिरी जैसी अव्यवहारिक व्यवस्था को तुरंत समाप्त किया जाए।
विकासखंड फतेहाबाद में संदीप सूर्यवंशी, विनीत कुमार, रणजीत सिंह, हर्षवर्धन प्रशांत, रितु यादव, रवि कुमार, नसीम अहमद, राहुल परिहार, सुजाता झा, कमल सिंह यादव सहित सभी सचिव साइकिलों से अपने क्षेत्रों में पहुंचे और पंचायत से संबंधित सभी कार्य साइकिल से ही संपादित किए।