
रिपोर्ट – राजेश सरकार, प्रयागराज
प्रयागराज। नैनी क्षेत्र स्थित मामा-भांजा तालाब बाजार में आयोजित प्राचीन दशहरा मेला इस वर्ष भी उल्लास और उमंग से भरा रहा। गुरुवार रात से लेकर भोर तक मेले में रौनक बनी रही। मेले की चौकियों और झांकियों ने ऐसा माहौल बना दिया कि बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी देर रात तक रंग-बिरंगी रोशनी और आकर्षक सजावट का आनंद लेते रहे।
दूर-दराज़ इलाकों से आई भव्य झांकियों ने मेले को धार्मिक और सांस्कृतिक सौंदर्य से भर दिया। भगवान राम, लक्ष्मण और रावण के पौराणिक पात्रों पर आधारित झांकियां दर्शकों के आकर्षण का केंद्र बनीं। वहीं, बच्चों ने झूले, खेल-खिलौने और मिठाइयों का खूब मज़ा लिया।
मेले में डीजे और साउंड प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसने माहौल को और जीवंत बना दिया। देर रात तक चलने वाले इस कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों ने भी प्रस्तुति दी।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। नैनी इंस्पेक्टर बृज किशोर गौतम के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात रहा। आसपास के थानों से भी अतिरिक्त पुलिसकर्मी बुलाए गए थे ताकि किसी प्रकार की अराजकता या हुड़दंग की स्थिति न बने। पुलिसकर्मी लगातार मेले में गश्त करते रहे और भीड़ पर नजर बनाए रखी।
पुलिस उपायुक्त यमुनानगर, एसीपी करछना, उपजिलाधिकारी करछना सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने भी मौके पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया।
विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ टीम) प्रभारी अभयराज सिंह, उप प्रभारी परवेज अहमद और जनसंपर्क अधिकारी शेख लियाकत अली के नेतृत्व में एसपीओ टीम के सदस्य पूरी रात सक्रिय रहे। उन्होंने पुलिस बल के साथ मिलकर भीड़ नियंत्रण, ट्रैफिक व्यवस्था और बच्चों की सुरक्षा में सहयोग किया।
महापौर गणेश केसरवानी ने एसपीओ टीम की सराहना करते हुए कहा कि “टीम ने समाजसेवक के रूप में उत्कृष्ट कार्य किया है। उनकी तत्परता से ही मेले में शांति और व्यवस्था बनी रही।”
मेला समिति के अध्यक्ष ने भी मंच से एसपीओ टीम की प्रशंसा की और कहा कि प्रशासन और समाज के संयुक्त प्रयास से दशहरा मेला हर वर्ष नई ऊँचाइयाँ छू रहा है।
रात्रि के अंत तक मेला क्षेत्र जगमगाता रहा — जहाँ एक ओर श्रद्धा और संस्कृति का संगम था, वहीं दूसरी ओर सुरक्षा और सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण देखने को मिला।