नई दिल्ली: दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन आज लगातार 27वें दिन जारी है. इस बीच किसान नेताओं ने कहा है कि वार्ता के लिए केंद्र के पत्र पर फैसला बुधवार को लिया जाएगा. पिछले दिनों केंद्र ने किसानों को बातचीत के लिए प्रस्ताव भेजा था और समय तय करने के लिए कहा था.
किसान नेताओं ने आंदोलन को तेज करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जब 27 दिसंबर को जब मन की बात करेंगे तब हम थालियां बजाएंगे.
किसान नेताओं ने कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को 26 जनवरी को भारत आने से रोकने के लिए लिखेंगे. उन्होंने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह के साहिबजादों का शहीदी दिवस किसान सिंघु बॉर्डर पर मनाएंगे.
किसानों ने 23 दिसम्बर को देश के किसानों को एक वक्त का खाना ना खाने का आह्वान किया. विदेश में बसे भारतीय एंबेसी के बाहर धरना प्रदर्शन करें. उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर का कहना हमसे चूक हुई है यह किसानों की जीत है.
उन्होंने कहा कि सरकार कहती है यह पंजाब हरियाणा का आंदोलन है लेकिन देश विदेश में फैल चुका है. केंद्र सरकार कृषि क़ानून के संबंध में प्रचार कर रही है इसके विरोध में किसान गांव-गांव प्रचार मुहिम चलाएंगे.
किसानों ने कहा, ”किसान क़ानून रद्द कराए बिना घर वापस नहीं जाएंगे. केंद्र सरकार आंदोलन के ख़िलाफ़ प्रॉपगैंडा कर रही है इसके विरुद्ध 25 लाख पैम्फ़्लेट देशभर में बांटेंगे. तीन भाषाओं में छापे पैम्फ़्लेट छापे जाएंगे.”
बनाया गया IT सेल
सिंघु बॉर्डर पर किसानों एकता मोर्चा नाम से IT सेल बनाया गया है 24 दिसम्बर को दोपहर 12 बजे पाँच किसान वेबिनर पर हर सवाल का जबाव देंगे कोई भी चाहे तो सवाल पूछ सकते हैं. कंगना रनौत और मुकेश खन्ना समेत उन सब बॉलीवुड सितारों को सवाल पूछने के लिए न्योता दिया गया है. ज़ूम लिंक से 10 हज़ार लोग किसान IT सेल से जुड़ सकते हैं. बुधवार को ज़ूम का लिंक जारी किया जाएगा. यह किसी सियासी पार्टी का आंदोलन नहीं आम लोगों का आंदोलन है .