
स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पूरी तरह से सुरक्षा के कड़े बंदोबस्तों से लैस है। इस बार लगभग 25 हजार लोग इस भव्य आयोजन में शामिल होंगे। किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचने के लिए दिल्ली पुलिस ने खास इंतजाम किए हैं और राजधानी के कई हिस्सों को छावनी में तब्दील कर दिया जाएगा।
लाल किले और संसद के आसपास एरिया में हाई सिक्योरिटी व्यवस्था कायम रहेगी। दिल्ली पुलिस ने 366 कैमरों के जरिए लाल किले परिसर की निगरानी कर रही है। इसके लिए दो कंट्रोल रूम बनाए गए हैं — एक लाल किले के अंदर और दूसरा बाहर, जहां से सीसीटीवी मॉनिटरिंग की जाती है। इसके अलावा, साल भर काम करता एक परमानेंट कंट्रोल रूम भी मौजूद है, जो लगातार सुरक्षा पर नजर रखता है।
इस बार की सुरक्षा व्यवस्था मल्टी लेयर होगी। इसमें दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ पैरामिलिट्री फोर्सेस, नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG), एसपीजी (SPG), मिलिट्री इंटेलिजेंस और अन्य एजेंसियों के जवान भी तैनात रहेंगे। 13 अगस्त को फुल ड्रेस रिहर्सल के दौरान लाल किले के आसपास के बाजार और सड़कों को पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा तथा कई जगहों पर ट्रैफिक डायवर्सन लगाए जाएंगे।
14 अगस्त की दोपहर से ही लाल किले के आसपास के इलाके को पूरी तरह सील कर दिया जाएगा। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे सुरक्षा एजेंसियों का सहयोग करें और अपने आसपास की संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें।
सुरक्षा के लिहाज से विशेष तकनीकी इंतजाम भी किए गए हैं। 800 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, एंट्री गेट्स पर फेस रिकॉग्निशन सॉफ्टवेयर (FRS) से लैस कैमरा वैन तैनात हैं। इसके अलावा, स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान उड़ान भरने वाले किसी भी प्रकार के ड्रोन या फ्लाइंग ऑब्जेस्ट्स पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा, राजधानी की ऊंची इमारतों पर स्निपर्स की तैनाती की गई है ताकि किसी भी तरह की संदिग्ध हरकत को रोका जा सके।
इस तरह, दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां 15 अगस्त को राजधानी में पूर्ण सुरक्षा के लिए चौकस हैं, ताकि देश के स्वतंत्रता दिवस का समारोह शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से मनाया जा सके।