अमर भारती : आज सुबह दिल्ली-एनसीआर और आसपास के सभी इलाके के वातावरण में धुंध की घनी चादर नजर आई। यह इस सीजन की सबसे ज्यादा धुंध है और इसी के साथ दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ अवस्था से निकलकर ‘आपातकालीन’ अवस्था में पहुंच गई है।
बता दें कि रातभर में राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता 50 अंक बढ़कर 459 हो गई। केंद्रीय पर्यावरण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों की माने तो गुरुवार देर रात दिल्ली की हवा जनवरी से लेकर अब तक में सबसे खराब हालत में पहुंच गई है। इस समय यह गंभीर से निकलकर आपातकालीन वाली स्थिति में पहुंच गई है।
अधिकारियों का कहना है कि अगर हवा की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आता है तो इसमें सुधार के लिए आवश्यक कदम जैसे, सम-विषम योजना, ट्रक की एंट्री बैन करना, निर्माण कार्य रोकने और स्कूल बंद करने जैसे कदम उठाए जाएंगे। दिल्ली-एनसीआर की प्रदूषित हवा ने हजारों लोगों को अपनी सुबह की सैर और व्यायाम न करने पर मजबूर कर दिया है।
गौरतलब है कि शुक्रवार सुबह 8 बजे दिल्ली का प्रदूषण स्तर 459 दर्ज किया गया जो गुरुवार को इसी समय पर 410 था। इससे साफ पता चलता है कि गुरुवार के मुकाबले पूरी दिल्ली की औसत वायु गुणवत्ता आज और गंभीर हुई है और यह प्रशासन के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। बवाना इलाके में शुक्रवार को भी सबसे अधिक प्रदूषित रहा। यहां वायु गुणवत्ता 497 रही। वहीं डीटीयू के पास वायु गुणवत्ता का स्तर 487, वजीरपुर में 485, आनंद विहार में 484 और विवेक विहार में 482 दर्ज किया गया।