देवरिया का लाल शहीद संदीप कुमार: नक्सल प्रभावित क्षेत्र में ड्यूटी के दौरान सांप के काटने से हुई शहादत

रिपोर्ट: सुनील शर्मा, देवरिया

देवरिया। देवरिया जनपद का बेटा, सीआरपीएफ के जवान संदीप कुमार आज अपने पैतृक गांव करौता पहुंचा, लेकिन कंधों पर तिरंगे में लिपटा हुआ। झारखंड के चाईबासा के नक्सल प्रभावित इलाके में सर्च ऑपरेशन के दौरान कोबरा बटालियन के जवान संदीप कुमार को ड्यूटी के दौरान जहरीले सांप ने काट लिया था। इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली और शहीद हो गए।

2022 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए संदीप कुमार अपनी बहादुरी और समर्पण से नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान में जुटे हुए थे। लेकिन जंगल के रास्ते में सांप के डसने से उनका जीवन अचानक खत्म हो गया। डॉक्टरों ने पूरी कोशिश की, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।

जब शहीद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव करौता लाया गया तो पूरा गांव गम में डूब गया। घर-घर की आंखें नम थीं और हजारों लोग सड़क किनारे खड़े होकर अपने वीर सपूत को अंतिम विदाई देने पहुंचे। गांव में जनसैलाब उमड़ पड़ा।

शहीद के अंतिम दर्शन के दौरान देवरिया की डीएम दिव्या मित्तल, एसपी संजीव सुमन, एसडीएम सलेमपुर दिशा श्रीवास्तव समेत प्रशासनिक अफसर भी मौजूद रहे। जनप्रतिनिधियों ने भी परिवार को ढांढस बंधाया।

इस दौरान सीआरपीएफ के आईजी अनिल कुमार भी पार्थिव शरीर के साथ गांव पहुंचे। भावुक होकर उन्होंने मीडिया से कहा – “आज हमने अपने एक वीर जवान साथी को खो दिया है। यह गर्व का क्षण भी है और पीड़ा का भी। हम पूरे परिवार के साथ खड़े हैं।”

गांव की गलियों में जब तिरंगे से ढका पार्थिव शरीर पहुंचा तो “भारत माता की जय” और “शहीद संदीप अमर रहें” के नारों से वातावरण गूंज उठा।