
देवरिया। सदर तहसील परिसर में भ्रष्टाचार और अधिकारियों की तानाशाही के खिलाफ अधिवक्ताओं का आंदोलन लगातार जारी है। धरना प्रदर्शन को आज 15 दिन हो चुके हैं।
अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम श्रुति शर्मा, तहसीलदार और नायब तहसीलदार के भ्रष्टाचार और तानाशाही रवैये के कारण तहसील कैंपस पूरी तरह अव्यवस्था और अनियमितताओं की चपेट में है। न्यायिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं, नामांतरण आदेश समय पर नहीं हो रहे, धारा 31/32 और धारा 67 की कार्यवाही बिना सबूत मौके पर निस्तारित कर दी जाती है।
बार एसोसिएशन ने कहा कि ज्ञापन देने के बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ, उल्टा समस्याएं और बढ़ गई हैं। अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी कि आंदोलन आगे और उग्र होगा और इसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
इस धरना को कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन देवरिया, तहसील बार एसोसिएशन बरहज, रुद्रपुर, भाटपार रानी और सलेमपुर का समर्थन भी मिला है।
धरना स्थल पर मौजूद प्रमुख अधिवक्ताओं में अजय कुमार द्विवेदी, राकेश कुमार शाही, राजाराम, युगुल किशोर तिवारी, राघव पाण्डेय, अजय कुमार श्रीवास्तव, राजेन्द्र श्रीवास्तव, राजेश सिंह, जसमुद्दीन अहमद, मु. साबिर सिद्दीकी, विनोद सिंह, तेजप्रताप पाण्डेय, विवेकानन्द, शिवजी, नीलकण्ड तिवारी, विष्णु, अरविन्द गुप्ता, अभय कुमार, राजीव तिवारी, संजय समेत बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे।