
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वज के भव्य आरोहण समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह केवल एक धार्मिक अनुष्ठान की पूर्णाहूति नहीं, बल्कि नए युग का शुभारंभ है। उन्होंने सियावर रामचंद्र, माता जानकी, सरयू मैया, भारत माता और हर-हर महादेव के जयघोष के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की, जिससे पूरा मंदिर परिसर दिव्य उत्साह से गूंज उठा।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर 140 करोड़ भारतीयों की आस्था और आत्मगौरव का प्रतीक है। उन्होंने राम मंदिर आंदोलन से जुड़े संतों, रामभक्तों, योद्धाओं और कर्मयोगियों के समर्पण, तपस्या और संघर्ष को श्रद्धापूर्वक नमन किया। विवाह पंचमी का दिव्य संयोग इस समारोह को और अधिक पावन बनाता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत की उपस्थिति में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ध्वजारोहण कार्यक्रम में कहा कि राम मंदिर पर फहराता केसरिया ध्वज धर्म, मर्यादा, सत्य-न्याय और राष्ट्रधर्म का प्रतीक है। उन्होंने पीएम मोदी व मोहन भागवत को स्मृति चिह्न भी भेंट किया।

सीएम योगी ने कहा कि यह ध्वजारोहण उस सनातन सत्य का उद्घोष है कि धर्म का प्रकाश शाश्वत है और रामराज्य के मूल्य कालजयी। उन्होंने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व ग्रहण करने के साथ ही करोड़ों भारतीयों के मन में जो आशा और विश्वास जगा था, वही आज भव्य राम मंदिर के रूप में साकार हुआ है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 500 वर्षों में साम्राज्य बदले, पीढ़ियां बदलीं, लेकिन आस्था अडिग रही। उन्होंने कहा कि अयोध्या अब उत्सवों की वैश्विक राजधानी बन रही है। रामलला की पावन नगरी अब आस्था और अर्थव्यवस्था के नए युग में प्रवेश कर चुकी है। धर्मपथ, रामपथ, भक्ति पथ, पंचकोसी व 84 कोसी परिक्रमा मार्ग श्रद्धालुओं को नया अनुभव प्रदान कर रहे हैं। महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित कर रहा है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश के हर नागरिक तक बिना भेदभाव शासन की योजनाएं पहुँच रही हैं—चाहे 80 करोड़ लोगों को राशन, 50 करोड़ लोगों को निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा या हर जरूरतमंद को आवास—यह सब रामराज्य की परिकल्पना का वास्तविक रूप है।

उन्होंने कहा कि नई अयोध्या देश की पहली सोलर सिटी-सस्टेनेबल स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित हो रही है और यह दिन हर भारतवासी व सनातन धर्मावलंबी के लिए गर्व का क्षण है।
कार्यक्रम में महंत नृत्यगोपाल दास, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, स्वामी गोविंददेव गिरी महाराज सहित अनेक संत, विशिष्टजन एवं श्रद्धालु उपस्थित रहे। संचालन चंपत राय ने किया।