ग्राम दिलावरपुर के शिवनगरा में विकास बना दलदल, जिम्मेदार लगा रहे पलीता

मोहम्मदी, खीरी। ग्राम पंचायत दिलावरपुर के मजरा शिवनगरा के हालात इतने भयावह हो चुके हैं कि अब लोग गांव का नाम “दलदलपुर” कहने लगे हैं। यहां विकास नाम की चीज़ सिर्फ कागज़ों पर है, ज़मीन पर सिर्फ कीचड़, जलजमाव और प्रशासनिक लापरवाही की परतें बिछी हैं।

गांव के दोनों मुख्य मार्गों पर तीन-तीन जगहों पर भयंकर दलदल है, जहां से गुजरना किसी युद्ध से कम नहीं। बच्चों का स्कूल जाना, बुज़ुर्गों का मंदिर तक पहुंचना, बीमारों को अस्पताल ले जाना—सबकुछ जोखिम भरा हो चुका है। बारिश ने हालात को और नारकीय बना दिया है।

गांववालों का सवाल है कि ग्राम प्रधान निधि आखिर खर्च कहां हो रही है? सरकारी योजनाएं महज प्रचार का हथियार बन गई हैं। संचारी रोग अभियान की बात करें तो वह केवल फाइलों और विज्ञापनों तक सिमटकर रह गया है। जमीनी हकीकत यह है कि गंदगी, बदबू और बीमारी अब ग्रामीण जीवन का हिस्सा बन चुके हैं।

ग्राम विकास विभाग चुप है, प्रधान निष्क्रिय है, और जनता त्रस्त है। ग्रामीणों का आरोप है कि वर्षों से दलदल की शिकायत की जा रही है, लेकिन कोई अधिकारी न सुनवाई करता है न निरीक्षण के लिए आता है। स्थिति यह हो चुकी है कि अब चुप रहना, दलदल में डूबे रहने जैसा है।

ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही सड़कों का स्थायी समाधान नहीं किया गया, तो वे ब्लॉक मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। उनका कहना है कि अब सिर्फ आश्वासन नहीं, एक्शन चाहिए।