थाने से मुंशी का पर्स चोरी करने वाला आरोपी गिरफ्तार — हरियाणा पुलिस से बर्खास्त सिपाही निकला चोर

आगरा। थाना ट्रांस यमुना परिसर से मुंशी का पर्स चोरी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी हरियाणा पुलिस का बर्खास्त सिपाही बजीर सिंह निकला, जो दबिश देने का बहाना बनाकर थानों में रुकता था और मौका मिलते ही चोरी की वारदातों को अंजाम देता था।

आरोपी पूर्व में प्रादेशिक सेना में भी रह चुका है और उसे हरियाणा पुलिस ने भ्रष्टाचार के आरोप में बर्खास्त किया था। पुलिस ने उसके पास से चोरी किया गया नकद, पुलिस कार्ड और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।


ऐसे हुआ खुलासा

7 सितंबर को थाना ट्रांस यमुना परिसर में तैनात मुंशी आरक्षी कुशलपाल चौधरी की जेब से पर्स चोरी हो गया था। पर्स में नकदी, डेबिट कार्ड, लाइसेंस और पुलिस कार्ड मौजूद थे। आरोपी ने डेबिट कार्ड से दो बार में 45 हजार रुपये निकाले।

थाने के सीसीटीवी फुटेज में सुबह 9 बजे काले जूते, खाकी पैंट और बैग वाला एक व्यक्ति थाने में दाखिल होता और कुछ देर बाद मुंशी के कमरे से निकलता दिखा। इसी फुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपी की पहचान की।


पुलिस की छानबीन और गिरफ्तारी

दो महीने की जांच और लगातार दबिश के बाद पुलिस ने आरोपी को हरियाणा के कोसली थाना क्षेत्र से शनिवार देर रात गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान बजीर सिंह पुत्र रतन सिंह (46), निवासी बम्बोलिया, थाना सालवास, जिला रेवाड़ी (हरियाणा) के रूप में हुई।

पुलिस के मुताबिक, आरोपी 2001 में प्रादेशिक सेना में भर्ती हुआ था, लेकिन 2006 में सेवा से हटा दिया गया। बाद में 2007 में हरियाणा पुलिस में सिपाही के रूप में भर्ती हुआ, जहां 2017 में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमे के बाद उसे बर्खास्त कर दिया गया।

हरियाणा पुलिस में रहते हुए आरोपी ने युवाओं से भर्ती के नाम पर लाखों रुपये ऐंठे थे। पुलिस की कार्यप्रणाली की जानकारी होने के कारण उसने उत्तर प्रदेश के कई जिलों के थानों को निशाना बनाना शुरू कर दिया।


अपराध करने का तरीका

आरोपी हर बार खुद को हरियाणा पुलिस का सिपाही बताकर थानों में आता था।
वह दबिश देने का बहाना बनाता और थाने की बैरक या कमरों में रुकने की अनुमति ले लेता था। मौका पाते ही पुलिसकर्मियों के कमरे से नकदी, मोबाइल और जरूरी दस्तावेज चुरा लेता था।


पुलिस का बयान

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई टीमों को लगाया गया था। दो महीने की मेहनत के बाद उसे पकड़ा गया।

“बजीर सिंह के पास से नकद तीन हजार रुपये, कुशलपाल का पुलिस कार्ड और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। आरोपी से पूछताछ जारी है,” — पुलिस अधिकारी।