डीएलएड मूल्यांकन में लापरवाही पर प्राचार्य ने की सख्त कार्रवाई, औचक निरीक्षण कर दिए कड़े निर्देश


बहराइच।पयागपुर स्थित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में संचालित डीएलएड परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य का डायट प्राचार्य आधीष कुमार सिंह ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मूल्यांकन कक्षों का भ्रमण कर कार्य की शुचिता, पारदर्शिता और गुणवत्ता का गहनता से जायजा लिया।
प्राचार्य ने मूल्यांकन कार्य में संलग्न शिक्षकों को निर्देश दिए कि उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन पूरी निष्पक्षता और ईमानदारी से किया जाए, जिससे किसी भी प्रशिक्षु के साथ अन्याय न हो। उन्होंने स्पष्ट किया कि मूल्यांकन की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
निरीक्षण के दौरान मूल्यांकन कार्य में शिक्षकों की संख्या अपेक्षा से कम पाए जाने पर प्राचार्य ने असंतोष व्यक्त किया और कार्य की धीमी प्रगति को गंभीरता से लेते हुए खंड शिक्षा अधिकारियों (बीईओ) को निर्देशित किया कि प्रत्येक विकासखंड से प्रत्येक विषय के दो-दो अनुभवी शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से मूल्यांकन कार्य के लिए डायट भेजा जाए।
प्राचार्य ने कहा कि डीएलएड मूल्यांकन कार्य को निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूर्ण करना संस्थान की सर्वोच्च प्राथमिकता है, जिसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने उप नियंत्रक/प्रवक्ता रमेश कुमार को निर्देश दिए कि मूल्यांकन कार्य की प्रतिदिन की प्रगति रिपोर्ट अनिवार्य रूप से प्रस्तुत की जाए।
इस अवसर पर डायट प्रवक्ता दशरथ यादव, रमेश कुमार, रामपाल वर्मा, गोविंद किशोर, इश्तियाक अहमद, आशीष कुमार, तथा कार्यालय सहायक सलीम अंसारी, वीरेंद्र सिंह और तालिब हुसैन उपस्थित रहे।