जिलाधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारी ने 107-विधानसभा क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया

मैनपुरी। जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने 107-विधानसभा क्षेत्र मैनपुरी के जूनियर हाईस्कूल करीमगंज में बूथ संख्या 252, 253 एवं 254 का स्थलीय निरीक्षण कर भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूचियों के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (SIR) कार्य की प्रगति का जायजा लिया। श्री सिंह ने उपस्थित बूथ लेवल अधिकारियों से कहा कि 04 दिसम्बर तक एसआईआर का कार्य पूर्ण होना है, यह कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण एवं समयबद्ध है तथा किसी भी स्तर पर कोताही या शिथिलता अक्षम्य होगी। प्रत्येक घर तक गणना प्रपत्र पहुँचाकर समय पर भरवाकर डिजिटलाइज़ेशन सुनिश्चित किया जाए।

निरीक्षण के दौरान बूथ-252 (उच्च प्राथमिक विद्यालय करीमगंज) के बीएलओ ज्योति ने बताया कि 1311 मतदाताओं के सापेक्ष शत-प्रतिशत गणना प्रपत्र उपलब्ध कराए जा चुके हैं; जिनमें से 759 प्रपत्र भरे व संकलित किए गए और 599 प्रपत्रों का डिजिटलाइज़ेशन कर दिया गया है। बीएलओ ने बताया कि पंचायत सहायक सौरभ की उपस्थिति व सहयोग में कमी है, जिस पर जिलाधिकारी ने मौके से ही जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश देते हुए 10 मिनट के भीतर पंचायत सहायक को उपस्थित कराने तथा यदि दायित्वों में कोताही मिली तो दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करने का आदेश दिया।

बूथ-253 के बीएलओ विजय पाल ने बताया कि 691 मतदाताओं के सापेक्ष शत-प्रतिशत प्रपत्र उपलब्ध कराए गए, जिनमें से 550 प्रपत्र संकलित किए जा चुके हैं। बूथ-254 के बीएलओ विमलेश ने बताया कि 771 मतदाताओं के सापेक्ष 382 प्रपत्र संकलित कर डिजिटलाइज़ेशन कराया गया है। जिलाधिकारी ने सभी बीएलओ को आदेशित किया कि अगले 02 दिन में शेष गणना प्रपत्र संकलित कर डिजिटलाइज़ेशन सुनिश्चित करें।

जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान स्कूल के शिक्षकों से छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व संस्कार देने, नियमित उपस्थिती सुनिश्चित करने और अनुपस्थित बच्चों के अभिभावकों से संवाद कर उन्हें विद्यालय भेजने हेतु प्रेरित करने का निर्देश भी दिया। उन्होंने विद्यालय की मध्यान्ह भोजन व्यवस्था, फल तथा दूध वितरण की समयबद्ध आपूर्ति पर विशेष ध्यान रखने को कहा। विद्यालय में पंजीकृत कुल 127 छात्रों में से आज 56 छात्र उपस्थित पाए गए; कक्षा-06 में 43 पंजीकृत में 22 उपस्थित, कक्षा-07 में 32 में 14, तथा कक्षा-08 में 50 में 20 उपस्थित रिकॉर्ड किए गए। निरीक्षण के दौरान विद्यार्थियों ने विषयों के प्रश्नों के आत्मविश्वासपूर्ण उत्तर दिए, जिस पर जिलाधिकारी ने प्रसन्नता व्यक्त की।

निरीक्षण के अन्य भागों में जिलाधिकारी ने आई.जी.आर.एस. पोर्टल व हेल्पलाइन संदर्भों पर ऑनलाइन शिकायत निस्तारण की मॉनिटरिंग की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे प्रतिदिन स्वयं आई.जी.आर.एस. पोर्टल में लॉगिन कर शिकायतों का निस्तारण अवधि में करें एवं केवल शिकायतकर्ता की संतुष्टि के बाद निस्तारण रिपोर्ट अपलोड की जाए। समीक्षा में 28 अक्टूबर से 28 नवम्बर तक शासन स्तर से लिए गए 438 फीडबैक में से 197 पर असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त दिखे। इसी अवधि में हेल्पलाइन के 1176 संदर्भों में से 176 पर असंतुष्ट फीडबैक मिले। जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों—विशेषकर अधिशाषी अभियंता विद्युत, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका इत्यादि—को शीघ्र निस्तारण एवं असंतुष्ट फीडबैक का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के आदेश दिए।

जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि समस्त कार्यालय और क्षेत्रीय अधीनस्थ कार्यालयों के अधिकारी व कर्मचारी उ.प्र. शासन द्वारा अनुमोदित ऐप के माध्यम से ऑनलाइन रियल-टाइम हाजिरी सुनिश्चित करें; यदि किसी कार्यालय में नियमित उपस्थिति दर्ज नहीं की गई तो संबंधित अधिकारियों/कर्मचारियों का वेतन रोकने की कार्यवाही की जाएगी।

निरीक्षण के दौरान जनपद में चल रही अन्य प्रक्रियाओं—जैसे वाहन दुर्घटना संबंधित मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश—पर भी आवश्यक आदेश दिए गए। जिलाधिकारी के साथ निरीक्षण में अनिल सक्सैना, अनुज कुमार, सूचना विभाग से अब्दुल जहीन और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।