नई दिल्ली। हम सभी ने चक्रवात के बारे में सुना भी होगा और पढ़ा भी होगा। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि चक्रवाती तूफान के नाम कैसे रखे जाते हैं? यहां हम आपको ताउते चक्रवात के बारे में अहम जानकारियां दे रहे हैं।
कैसे रखे जाते हैं चक्रवाती तूफान के नाम ?
दरअसल, चक्रवाती तूफान का नाम रखने के लिए एक ग्लोबल पैनल है, जिसका नाम वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्गनाइजेशन/यूनाइटेड नेशंस इकॉनोमिक एंड सोशल कमिश्न फॉर एशिया है। इस पैनल में भारत समेत 13 देश हैं, जोकि तूफान को लेकर गाइडलाइंस भी जारी करते हैं। भारत के अलावा बांग्लादेश, मालदीव्स, म्यांमार, ओमान, ईरान, पाकिस्तान, श्रीलंका, कतर, थाइलैंड, सउदी अरब, यूएई और यमन शामिल हैं। इन तूफानों का नाम रखने के पीछे जो वजहें होती हैं, उसमें एक यह भी है कि इससे साइक्लोन को याद किया जा सके। साथ ही यह प्रशासन को भी लोगों तक सही जानकारी पहुंचाने में मदद करता है। पिछले साल नामों की नई लिस्ट बनाई गई थी, जिसमें चार नामों का पहले ही इस्तेमाल किया जा चुका है। इस लिस्ट में पांचवां नाम ताउते है।
ताउते नाम का क्या मतलब ?
ताउते इस साल का पहला चक्रवाती तूफान है। इस बार तूफान को यह नाम म्यांमार ने दिया है। ताउते का मतलब होता है कि तेज आवाज करने वाली छिपकली। दरअसल, जितनी बार भी तूफान दस्तक देते हैं, उतनी बार अलग-अलग देश इसे नाम देते हैं। अगला तूफान जो आएगा, उसका भी नाम तय किया जा चुका है। अगले तूफान का नाम ‘यास’ होगा। इसे ओमान ने दिया है। इससे पहले कई और तरह के तूफान भी आ चुके हैं। कुछ के नाम-बुरेवी, निसग्र, गाती आदि हैं।