
भटनी/देवरिया। बिहार सीमा से सटे पूर्वांचल के अहम रेलवे स्टेशन भटनी जंक्शन पर गुरुवार को डीआरएम का निरीक्षण चर्चा और विवाद का विषय बन गया। तय कार्यक्रम के बावजूद डीआरएम साहब ट्रेन से नीचे नहीं उतरे। ट्रेन कुछ पल के ठहराव के बाद सीधे सिवान के लिए रवाना हो गई। स्टेशन पर घंटों इंतजार कर रहे जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और भाजपा नेता मायूस रह गए। अंततः उनके स्टाफ ने ज्ञापन लेकर अंदर पहुंचाया।
भाजपा नेताओं ने डीआरएम के रवैये पर नाराज़गी जताते हुए कहा कि भटनी जैसे महत्वपूर्ण जंक्शन की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ज्ञापन में स्टेशन की गंदगी, अव्यवस्था और ठहराव की समस्याओं के समाधान की मांग रखी गई।
ज्ञापन की प्रमुख मांगें
प्रमुख ट्रेनों का भटनी जंक्शन पर ठहराव (रत्नागिरी एक्सप्रेस, गोदान एक्सप्रेस, गोरखपुर-पुणे एक्सप्रेस, पूर्वांचल एक्सप्रेस, आम्रपाली एक्सप्रेस, पाटलिपुत्र एक्सप्रेस और गोरखपुर-लखनऊ इंटरसिटी)।
उत्तरी कॉलोनी दुर्गा मंदिर परिसर की साफ-सफाई।
टिकट घर से बाईपास तक नई सड़क।
पीआरएस काउंटर का समय सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक बढ़ाना।
स्थानीय यात्रियों ने आरोप लगाया कि स्टेशन पर स्वच्छता अभियान केवल कागज़ों पर चल रहा है। प्लेटफार्म व परिसर में गंदगी, शौचालयों की बदहाली, प्रतीक्षालय की खराब स्थिति और जर्जर स्टेशन रोड यात्रियों की बड़ी समस्या है।
लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही ट्रेन ठहराव और बुनियादी सुविधाओं की समस्याएं हल नहीं की गईं, तो बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा।