
एत्मादपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत सवाई स्थित आचार्य ताराचंद्र शास्त्री महाविद्यालय में सोमवार को उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना “स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना” के तहत 135 विद्यार्थियों को टैबलेट वितरित किए गए।
कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को डिजिटल शिक्षा से जोड़ना और तकनीकी सशक्तिकरण की दिशा में उन्हें आगे बढ़ाना रहा।
महाविद्यालय के चेयरमैन डॉ. करतार चंद्र शास्त्री ने कहा कि “डिजिटल तकनीक के युग में विद्यार्थी अपने ज्ञान और नवाचार से समाज, राज्य और देश का नाम विश्व पटल पर रोशन कर सकते हैं।”
ग्राम प्रधान सुमित सेन ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा,
“शिक्षा वह शेरनी का दूध है, जो पीता है वही दहाड़ता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस योजना का उद्देश्य हर युवा को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना है।”
उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे स्मार्टफोन और टैबलेट का उपयोग अध्ययन, तकनीकी ज्ञान और रचनात्मकता के लिए करें।
कार्यक्रम में समाजसेवी डी.पी. सिंह फौजी और हीरा सिंह बघेल विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि सुमित सेन ने कहा कि “छात्रों की काबिलियत ही भविष्य की दिशा तय करती है।”
इस अवसर पर दामिनी पुत्री महावीर सिंह (बी.एड. में 82%) और तान्या गौड़ पुत्री स्व. दिनेश चंद्र गौड़ को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।
डी.पी. सिंह फौजी ने उन्हें नकद धनराशि देकर प्रोत्साहित करते हुए कहा कि “शिक्षा वह कुंजी है जो जीवन के हर ताले को खोल सकती है।”
कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य डॉ. गौरव शर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत भारतीय परंपरा के अनुसार टीका, पटका और पुष्पगुच्छ भेंट कर किया।
विद्यार्थियों ने कहा कि वे टैबलेट का उपयोग केवल शैक्षणिक कार्यों और आत्मविकास के लिए करेंगे।