लखीमपुर खीरी में सरकारी धान खरीद में भ्रष्टाचार, किसानों को लाभ नहीं मिलने का आरोप


लखीमपुर खीरी। जनपद में सरकारी धान क्रय केंद्रों पर भारी भ्रष्टाचार के आरोप सामने आए हैं। किसानों का कहना है कि कई केंद्रों पर न तो किसान मौजूद हैं और न ही धान की तौल हो रही है, फिर भी सरकारी पोर्टल पर हजारों कुंतल धान की खरीद दर्ज की जा रही है। यह मामला किसानों और ग्रामीण समुदाय में चिंता का विषय बन गया है।
सूत्रों के अनुसार, कस्ता बी पैक्स क्रय केंद्र पर फर्जी किसानों के नाम और नंबर पोर्टल पर दर्ज कर हजारों कुंतल धान की फर्जी खरीद की जा रही है। आरोप है कि यह सारा खेल ए डी ओ कोऑपरेटिव के संरक्षण में हो रहा है।
किसानों ने बताया कि केंद्र प्रभारीयों द्वारा मानकों का डर दिखाकर उन्हें धान बेचने से रोका गया। परिणामस्वरूप, कई किसानों ने अपना धान 1500 से 1700 रुपये प्रति कुंतल के भाव से निजी धान मिलों में बेच दिया। अब वही धान मिल मालिकों के नाम पर फर्जी खरीद दर्ज की जा रही है।
एक दिलचस्प तथ्य यह है कि पोर्टल पर धान की तौल किए बिना ही खरीद दर्ज हो जाती है, जिससे 600 से 700 रुपये प्रति कुंतल का अंतर किसानों को लाभ के बजाय भ्रष्ट सिस्टम के हवाले हो रहा है।
किसानों और ग्रामीणों ने सीएम पोर्टल पर शिकायत कर मामले की जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि सरकार किसानों को लाभ देना चाहती है, लेकिन भ्रष्टाचार के चलते यह लाभ किसानों तक नहीं पहुँच पा रहा।