पीड़ित किसानों ने छाता उपजिलाधिकारी से की मुआवजे की माँग

चौमुंहा। चौमुंहा ब्लॉक के गाँव अकबरपुर में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। खेतों में खड़ी खरीफ और जायद की फसलें जलभराव से पूरी तरह बर्बाद हो गईं। धान, बाजरा और सब्जियों की फसलें पानी में जमीदोज हो जाने से किसानों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है।

ग्रामीणों का कहना है कि इस तबाही से उनकी सालभर की मेहनत और उम्मीदें मिट्टी में मिल गईं। किसान विष्णु हिन्दुस्तानी ने आरोप लगाया कि सरकार अरबों रुपये के कर्ज और टैक्स माफ कर पूंजीपतियों को राहत देती है, लेकिन किसानों को नुकसान की भरपाई के नाम पर सिर्फ आश्वासन मिलता है। वहीं किसान देशराज ने कहा कि “खजाना किसानों और मजदूरों के टैक्स से भरता है, ऐसे में किसानों की अनदेखी करना सीधा अन्याय है।”

अकबरपुर के प्रधान निहाल सिंह और अन्य पीड़ित किसानों ने छाता उपजिलाधिकारी से गुहार लगाई है कि किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लिया जाए और बर्बाद फसलों का तत्काल सर्वेक्षण कराकर पीड़ित किसानों को उचित मुआवजा दिलाया जाए। किसानों का कहना है कि नुकसान इतना अधिक है कि उनकी बेटियों की शादी जैसी जिम्मेदारियाँ पूरी करना भी मुश्किल हो गया है।