नई दिल्ली। आज सुबह मल्टीलेयर ॲार्गेनिक फार्मिंग के जनक जैविक कृषि वैज्ञानिक सागर, मध्य प्रदेश निवासी आकाश चौरसिया ने कहा कि जैविक पद्धति से यदि मल्टीलेयर कृषि की जाये तो किसानों की आय प्रति एकड सात-आठ गुनी बढ़ सकती हैं। उन्होनें स्वयॅं साढे दस लाख रुपये, प्रति एकड की आय प्राप्त की है। वे नोएडा सेक्टर १६७ए के पास दोस्तपुर मॅंगरौली ग्राम में स्थित आद्या ॲार्गेनिक के अन्नपूर्णा फार्म में “मल्टीलेयर कृषि “ पर आयोजित एक सप्ताह के आवासीय कार्यक्रम में बोल रहे थे। कार्यक्रम का उद्घाटन् लोकसभा सांसद और भारतीय किसान सॅंघ के अध्यक्ष भाई वीरेन्द्र सिंह “ मस्त” ने किया।
आद्या आर्गैनिक की हुई सराहना
वीरेन्द्र सिंह जी ने अपने उद्घाटन भाषण में आद्या आर्गैनिक के प्रयासों की सराहना की और कहा कि प्राकृतिक कृषि की ओर वापस लौटना ही रोगमुक्त समाज की ओर बढने का विकल्प है। प्राकृतिक जैविक कृषि के प्रति जागरूकता फैलाने का काम करके आद्या आर्गैनिक और अवसर ट्रस्ट किसानों की बहुत बडी सेवा का कार्य कर रहा है।
मल्टीलेयर फार्मिंग पर हुई चर्चा
अवसर ट्रस्ट के अध्यक्ष और पूर्व सांसद आर. के. सिन्हा ने कहा कि सरकार को पौली हाउस की तरह ही मल्टीलेयर फार्मिंग को प्रोत्साहित करने के लिये सब्सिडी देनी चाहिये। जहां पौलीहाउस के लिये चालीस लाख रुपये प्रति एकड की सब्सिडी सरकार दे रही है, मल्टीलेयर फार्मिंग का ढांचा तो प्रति एकड दस लाख से कम में ही तैयार हो जायेगा।