नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों का आंदोलन अब नए पड़ाव पहुंच गया है। भारी सुरक्षा के बीच किसान जंतर-मंतर पर अपनी समानांतर संसद लगाएंगे और सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करेंगे। दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने 9 अगस्त तक प्रतिदिन अधिकतम 200 किसानों द्वारा प्रदर्शन की विशेष अनुमति दे दी है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि प्रतिदिन चार बसों में 200 किसानों का एक समूह पुलिस की सुरक्षा के साथ बसों में सिंघू सीमा से जंतर-मंतर आएगा और वहां सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक विरोध प्रदर्शन करेगा। कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर कांग्रेस के सांसदों ने संसद भवन परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया है।
दिल्ली बॉर्डर पर रोकी गई किसानों की बस
जंतर मंतर पहुंच रहे किसानों को पुलिस द्वारा पहले ही रोक लिया गया, जिसके चलते पुलिस और किसानों में टकराव की स्थिति बन गई। पुलिस किसानों को गिनना चाहती थी। पुलिस इसके बाद सभी किसानों को एक रिजॉर्ट्स के अंदर लेकर गई थी, ताकि उनकी गिनती की जा सके। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि जंतर-मंतर पर पहुंचने वाले हर किसान के पास पहचान पत्र होगा, जिसे चेक करने के बाद ही वहां जाने की अनुमति दी जाएगी। किसानों को यह पहचान पत्र संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा दिया गया है।
जंतर-मंतर पर पुलिस द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम
पुलिस ने जंतर-मंतर पर भारी सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। वहां दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों की 5-5 कंपनियां तैनात की गई हैं। पूरी दिल्ली पुलिस हाई अलर्ट पर है। जंतर-मंतर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन संयुक्त किसान मोर्चा और दिल्ली पुलिस की निगरानी में होगा।
9 अगस्त तक प्रदर्शन करने की अनुमति
कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान यूनियनों के निकाय संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि अगर संसद का मॉनसून सत्र 13 अगस्त तक चलेगा तो किसान भी 13 अगस्त तक जंतर मंतर पर अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे। हालांकि उपराज्यपाल की तरफ से किसानों को 9 अगस्त तक प्रदर्शन जारी रखने की अनुमति दी है। इस साल 26 जनवरी को एक ट्रैक्टर रैली के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में हुई हिंसा के बाद यह पहली बार है जब अधिकारियों ने विरोध प्रदर्शन करने वाले किसान यूनियनों को शहर में अनुमति दी है।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार, उपराज्यपाल अनिल बैजल, जो डीडीएमए के अध्यक्ष भी हैं, ने 22 जुलाई से 9 अगस्त तक हर दिन अधिकतम 200 किसानों द्वारा सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन की मंजूरी दी है।