
फतेहपुर-बाराबंकी। नगर क्षेत्र में आठ दिनों तक चले गणपति उत्सव के समापन पर भव्य विसर्जन यात्रा निकाली गई। नगरवासियों और श्रद्धालुओं ने आस्था और उत्साह के साथ गणपति बप्पा को विदाई दी। डीजे पर बजते भक्ति भरे भजनों और आधुनिक धुनों पर श्रद्धालु झूमते नजर आए। सजे रथ और बग्घियों पर विराजमान गणपति की प्रतिमाएं सभी को मंत्रमुग्ध कर रही थीं। जगह-जगह पुष्प वर्षा और प्रसाद वितरण से माहौल और भी भक्तिमय हो गया।
नगर के 10 पंडालों में 27 अगस्त को विधिवत गणेश प्रतिमाएं स्थापित की गई थीं। तब से नगर में सुबह-शाम पूजन, अनुष्ठान और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का क्रम चला। अंतिम दिन हवन और भंडारे का आयोजन भी भव्य तरीके से किया गया। दोपहर 12 बजे गल्ला मंडी से शुरू हुई यात्रा पचघरा और यशोदा मंदिर होते हुए मेन रोड तक पहुँची। इस दौरान पटेल नगर और जोशी टोला की प्रतिमाएं भी शामिल हुईं।
विसर्जन यात्रा में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। तेज धूप और उमस के बावजूद महिलाएं और पुरुष उत्साह के साथ डीजे की धुन पर झूमते रहे। पटेल चौक और जोशी टोला में टंगी दही हांडी के दौरान युवाओं की टोलियों में प्रतिस्पर्धा देखने लायक थी। क्षेत्रीय विधायक साकेन्द्र वर्मा ने अपने जनसहयोग केंद्र पर जुलूस का स्वागत किया। तहसील में अधिवक्ता राजीव नयन तिवारी के संयोजन में बार अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद, महामंत्री राम लाल वर्मा, हरनाम सिंह वर्मा, गणेश शंकर मिश्रा सहित अन्य अधिवक्ताओं ने पुष्प वर्षा की।
श्रद्धालुओं ने मेन रोड, पटेल नगर, जोशी टोला और अन्य स्थानों पर जल और मिष्ठान वितरित किया। विसर्जन स्थल श्री शक्ति धाम महादेव तालाब पर पहुंचते ही “गणपति बप्पा मोरिया, अगले बरस तू जल्दी आ” के नारों से पूरे सरोवर क्षेत्र में उत्साह का माहौल बन गया। सरोवर के घाट श्रद्धालुओं से भरे हुए थे। जयकारों और आस्था के बीच सभी प्रतिमाओं का भावपूर्ण विसर्जन किया गया।
भव्य विसर्जन के इस अवसर ने पूरे नगर में भक्तिमय आनंद और एकता का संदेश दिया। श्रद्धालुओं ने अबीर-गुलाल उड़ाकर और भक्ति गीतों पर नृत्य कर इस उत्सव को यादगार बना दिया।