
फतेहपुर-बाराबंकी। तहसील क्षेत्र में एसडीएम कार्तिकेय सिंह ने वृद्ध महिला मालती देवी की शिकायत पर ग्राम बड्डूपुर में हो रहे अनधिकृत प्लाटिंग निर्माण को रोक दिया। यह प्लाटिंग बिना किसी जिला पंचायत द्वारा नक्शा पास कराए और बिना वैध अनुमति के आवासीय भूमि घोषित करके की जा रही थी।
मालती देवी ने बताया कि उनकी मां मुन्नी देवी के नाम गाटा संख्या 1265 और 617 की बेशकीमती जमीनें थीं। जालसाजी के चलते लखनऊ से विशुन कुमार ने अपनी पत्नी रजनी वर्मा के नाम नकली मुख्तारेआम करा लिया। इस दौरान अन्य लोगों के नामों पर बैनामा किए गए। वृद्ध महिला ने आरोपियों के खिलाफ अपराध संख्या 301 के तहत भारतीय दंड संहिता की धाराओं 419, 420, 467, 468, 471, 120बी के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कराया था। मामला सिविल न्यायालय में विचाराधीन है।
सोमवार को रमा शंकर और प्रताप कुमार अपने कई सहयोगियों के साथ गाटा संख्या 1265 में प्लाटिंग का कार्य तेज़ी से करने लगे। पीड़ित महिला ने तुरंत एसडीएम को सूचना दी और प्लाटिंग रोकने की मांग की। उन्होंने कहा कि उनकी मां ने सम्पूर्ण भूमि का पंजीकृत वसीयत उनके नाम कर दी थी, लेकिन दबंगों द्वारा कब्जा कर निर्माण कराए जा रहे थे।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम ने मौके पर पुलिस और राजस्व निरीक्षक को भेजकर अनाधिकृत प्लाटिंग रोकवाने का कार्य कराया। पीड़िता ने एसडीएम की भूरी-भूरी प्रशंसा की और कहा कि प्रशासन द्वारा उन्हें न्याय अवश्य मिलेगा।