भीरा-पलिया रेलवे लाइन के पास बाढ़ और रिसाव पर प्रशासन अलर्ट!

एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह ने अधिकारियों संग लिया मौके का जायजा, दिए सतर्कता और तकनीकी उपायों के निर्देश

लखीमपुर खीरी, 5 जुलाई।
जिले में बाढ़ की संभावनाओं को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है। शनिवार को अपर जिलाधिकारी (एडीएम) नरेंद्र बहादुर सिंह ने भीरा-पलिया रेलवे लाइन के पास जलभराव और संभावित रिसाव को गंभीरता से लेते हुए मौके का निरीक्षण किया। उन्होंने रेलवे, सिंचाई और राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर स्थिति का व्यापक जायजा लिया और तत्काल सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान एडीएम के साथ उप जिलाधिकारी पलिया

निरीक्षण के दौरान एडीएम के साथ उप जिलाधिकारी पलिया रत्नाकर मिश्रा, अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड अजय कुमार, रेलवे विभाग के सब डिविजनल इंजीनियर, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी तथा अन्य तकनीकी व राजस्व अधिकारी मौजूद रहे।

संभावित रिसाव वाले स्थानों पर तात्कालिक सुदृढ़ीकरण कार्य कराए जाएं

एडीएम ने रेलवे ट्रैक के समीप जलभराव व मिट्टी के रिसाव की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए कहा कि रेलवे महकमे को ट्रैक और उसके आसपास की भूमि पर निरंतर निगरानी रखनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि संभावित रिसाव वाले स्थानों पर तात्कालिक सुदृढ़ीकरण कार्य कराए जाएं ताकि जनहानि या रेलवे यातायात में कोई बाधा उत्पन्न न हो।

आम जनता को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास

उन्होंने यह भी कहा कि विभागों के बीच आपसी समन्वय और पूर्व तैयारी ही आपदा प्रबंधन की रीढ़ है। प्रत्येक विभाग को चाहिए कि वह अपने दायित्वों का गंभीरता से निर्वहन करे और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक संसाधनों व जनबल की उपलब्धता सुनिश्चित करे।

रेलवे ट्रैक की सुरक्षा को सर्वोच्च

बाढ़ खंड को निर्देशित किया गया कि वे जल प्रवाह, दबाव और संभावित कटाव स्थलों की निगरानी करें और ज़रूरत पड़ने पर तुरंत बालू की बोरियां, पंपिंग सेट व अन्य तकनीकी संसाधन मौके पर भेजे जाएं। साथ ही रेलवे विभाग से कहा गया कि रेलवे ट्रैक की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए नियमित निरीक्षण और आवश्यक मरम्मत कार्य कराए जाएं।

प्रशासन ने स्पष्ट किया कि बाढ़ की किसी भी संभावित स्थिति में आम जनता को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। संबंधित गांवों और आसपास के क्षेत्रों में अलर्ट जारी करते हुए ग्राम प्रधानों और राजस्वकर्मियों को भी सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।