अफ़ग़ानिस्तान का बुल्डोजर से जाने जाते है गुल आग़ा शेरजई

नई दिल्ली। अफ़ग़ानिस्तान में हुए तालिबान के कब्जे के बाद वहां की सूरत बदल गई है। जो कभी अफ़ग़ानिस्तान के लोगों की सरकार हुआ करती थी। वहां तालिबानियों ने कब्जा कर लिया है। जिसके बाद अब वहां कुछ ही दिन में तालिबानियों की सरकार बनने जा रही है। लेकिन इन सब चीज़ों के फेर बदल के बाद एक चीज़ और हुई जिसे देखने के बाद वहां के नागरिकों और तालिबानियों का विरोध करने वालों के मन में हैरानी और गुस्सा आना जायज़ है। दरअसल कभी तालिबानियों को खदेड़ने में मुख्य भूमिका निभाने वाले गुल आग़ा शेरजई ने अब तालिबानियों के साथ हाथ मिला लिया है। साथ ही आपको बता दें कि, गुल आग़ा शेरजई ने बीते रविवार को तालिबानियों के प्रति वफादारी की शपथ ली।
पूर्व गवर्नर है शेरजई
तालिबानियों के साथ हाथ मिलाने वाले गुल आग़ा शेरजई सीआईए के पूर्व एजेंट और वारलॉर्ड हैं। साथ ही वह कंधार और नंगरहार प्रांत के गवर्नर भी रह चुके हैं। इतना ही नहीं अब शेरजई को तालिबानियों की सरकार में जगह भी मिलेगी। तालिबान का कहना है कि ग़ुल आग़ा शेरजई अब तालिबान सरकार का हिस्सा होंगे।
तालिबानियों को खदेड़ने में थी मुख्य भूमिका
साल 2001 में जब नेटो बलों का नेतृत्व करते हुए अमेरिका ने तालिबान को खदेड़ने के लिए अफ़ग़ानिस्तान पर हमला बोला तो ग़ुल आग़ा शेरजई ऐसे पहले वारलॉर्ड थे जिन्होंने अमेरिका का समर्थन किया था।