• 82 रेलवे स्टेशनों के सर्कुलेटिंग एरिया में शौचालयों का प्रावधान
• गतिशीलता वृद्धि, संरक्षा और ढांचागत कार्यों की समीक्षा
नई दिल्ली। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक श्री आशुतोष गंगल ने उत्तर रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों के साथ एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया। बैठक में स्टेशनों पर प्लेटफार्मों का विस्तार, प्लेटफॉर्मों के लेवल में वृद्धि, वॉशेबल एप्रनों, दूसरे प्रवेश द्वार का प्रावधान, फुट-ओवर ब्रिजों, एस्केलेटरों, दिव्यांगजनों के लिए लिफ्टों की सुविधा, मुखद्वार सहित स्टेशन भवन का सुधार जैसी यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराने पर चर्चा की गयी। उन्होंने गतिशीलता वृद्धि, विकासात्मक बुनियादी कार्यों, मालभाड़ा लदान और रेलपथों पर संरक्षा की भी समीक्षा की।
समयपालनबद्धता में सुधार पर बल
उन्होंने बताया कि सर्कुलेटिंग एरिया में सीएसआर निधि के जरिये शौचालय के निर्माण के लिए उत्तर रेलवे के 82 अलग-अलग स्टेशनों को चुना गया है। उन्होंने रेलगाड़ियों की समयपालनबद्धता के बेहतर रिकॉर्ड को बनाए रखने और गतिशीलता को बढ़ाने से संबंधित कार्यों में तेजी लाने तथा कार्यों की प्रगति की जांच के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने रेलपथों और वैल्डों के अनुरक्षण मानकों को बेहतर बनाने तथा रेलपथों के निकट पड़े स्क्रैप को हटाने के लिए जोन पर किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। महाप्रबंधक ने पेडों की छटाई करने और रेलपथों के आसपास उग आई वनस्पतियों को साफ किए जाने के कार्यों का जायजा लिया।
बीडीयू के माध्यम से माल लदान और आय में वृद्धि पर बल
श्री गंगल ने रेल परिचालन में मानवीय असफलताओं को कम करने तथा रेल दरारों और रेल वैल्डों की गहन निगरानी करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इन कामों में कोई त्रुटि नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कार्यों की प्रगति और रेल परिचालन से संबंधित निरीक्षणों को बढ़ाने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि खाद्यान्नों एवं अन्य मदों के लदान में प्रत्येक गुजरते माह के साथ वृद्धि हुई है। उत्तर रेलवे अपने उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।