धनतेरस हिंदुओं के लिए एक पवित्र दिन है. इस दिन सोना-चांदी खरीदना शुभ माना जाता है. सरकार ने गोल्ड बॉन्ड पेश कर एक अच्छा विकल्प भी दे दिया है. आइए जानते हैं कि इस शुभ दिन पर डिजिटली गोल्ड बॉन्ड में निवेश बेहतर है या फिजिकल गोल्ड में?
क्या है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड
सरकार ने दिवाली को देखते हुए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) की नई सीरीज जारी की है. यह एक तरह का पेपर गोल्ड या डिजिटल गोल्ड होता है जिसमें आपको एक सर्टिफिकेट दिया जाता कि आप किस रेट पर सोने की कितनी मात्रा में निवेश कर रहे हैं.
यह बॉन्ड सरकार की तरफ से भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किये जाते हैं और इन पर सरकार की पूरी गारंटी होती है. इन बॉन्ड की परिपक्वता अवधि 8 साल की होती है, लेकिन आप 5 साल के बाद इसमें से कभी भी पैसा बाहर निकाल सकते हैं.
आप किसी बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाकर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं. इसके अलावा आप बैंकों की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन भी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं.
नई सीरीज के तहत आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में 5,177 रुपये प्रति ग्राम यानी 5,1770 रुपये प्रति 10 ग्राम पर निवेश कर सकते हैं. यही नहीं यदि आप ऑनलाइन निवेश करते हैं तो आपको 50 रुपये प्रति ग्राम का डिस्काउंट भी मिल सकता है.
लॉन्ग टर्म के लिए निवेश
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड असल में लॉन्ग टर्म के निवेश करने के लिए सही रहता है और इसमें आपको कम से कम 5 से 8 साल तक निवेश करना होगा. यही नहीं इसमें 2.5 फीसदी सालाना की ब्याज दर यानी रिटर्न तो आपको निश्चित ही मिलेगी.
इसलिए अगर आप सोने में लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करने का मन बना रहे हैं तो सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में आज आपको पैसा लगाना चाहिए. जानकारों के मुताबिक आगे सोने की कीमत बढ़ने की ही उम्मीद है, इसलिए इसमें लॉन्ग टर्म तक निवेश किया जा सकता है.
डिजिटल गोल्ड के अन्य विकल्प
यही नहीं अगर आपको गोल्ड बॉन्ड में निवेश करना महंगा लग रहा है तो आप ऑनलाइन गोल्ड ईटीएफ या गोल्ड म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. इसके लिए आपके पास डीमैट अकाउंट होना चाहिए. गोल्ड ईटीएफ या म्यूचुअल फंड में निवेश करने का फायदा यह है कि आप इनकी बड़ी आसानी से ऑनलाइन खरीद-बिक्री कर सकते हैं.
रिटर्न की गारंटी
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश का एक फायदा यह है कि इसमें हर साल कम से कम 2.5 फीसदी ब्याज के रूप में रिटर्न मिलने की गारंटी होती है. यह ब्याज आपके अकाउंट में हर छह महीने पर अगले आठ साल तक आएगा. इसके अलावा गोल्ड की जो कीमत बढ़ेगी वह तो आपका फायदा होगा ही. इस पर मिलने वाला रिटर्न टैक्स फ्री होता है.
डिजिटल में सुरक्षा
डिजिटली सोने में निवेश का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको इसकी सुरक्षा करने की चिंता नहीं होती. वरना तो आप हमेशा इसी चिंता में रहते हैं कि घर में सोने को सुरक्षित कहां रखा जाए. यदि आप फिजिकल गोल्ड लॉकर में रखते हैं तो उसका अलग से खर्च आता है. इसके अलावा ज्वैलरी में निवेश करने का एक नुकसान यह है कि आप जब उसे बेचने जाते हैं तो पूरी कीमत नहीं मिलती और मेकिंग चार्ज घटा दिया जाता है, जबकि डिजिटल गोल्ड में ऐसा नहीं होता.
तो कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि डिजिटल गोल्ड में निवेश करना सुरक्षित और किफायती है. लेकिन यदि आप ज्वैलरी या अन्य जरूरतों के लिए सोने में निवेश करना चाह रहे हैं जिसमें आपको एक-दो साल में इसकी जरूरत पड़ती हो तो आप फिजिकल गोल्ड में निवेश कर सकते हैं.