
गोण्डा।वजीरगंज थाना क्षेत्र की पुलिस पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगे हैं। उमरीबेगमगंज क्षेत्र की मुरावन पुरवा निवासी ननकादेवी ने आरोप लगाया है कि बेटे की हत्या की तहरीर लेकर जब वह थाने पहुंची तो पुलिस ने उसकी शिकायत दर्ज करने के बजाय उसे दो बार भगा दिया। पीड़िता ने अब पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल से न्याय की गुहार लगाई है।
ननकादेवी ने अपने प्रार्थनापत्र में बताया कि उसका पुत्र दीपक मौर्य वजीरगंज थाना क्षेत्र के डुमरियाडीह चौकी अंतर्गत महाराजगंज बाजार में किराए के कमरे में रहकर होटल चलाता था। दीपक ने अयोध्या जनपद की ज्योति मौर्या से प्रेम विवाह किया था और दोनों के दो बच्चे हैं।
आरोप के अनुसार, ज्योति के भाई के साले का घर में लगातार आना-जाना रहता था और इसी दौरान दोनों के बीच अवैध संबंध बन गए। जब दीपक को इसकी जानकारी हुई तो वह विरोध करने लगा और पति-पत्नी के बीच विवाद बढ़ने लगा।
पीड़िता का आरोप है कि 28 नवंबर की रात दीपक होटल पर काम कर रहा था, तभी उसकी पत्नी ज्योति, उसका भाई शुभम और शुभम के साले ने मिलकर उसकी हत्या कर दी और शव को कमरे के दरवाजे पर फंदे से लटका दिया। परिवार वालों के पहुंचने पर दीपक के दोनों पैर जमीन पर लगे मिले, जिससे परिजनों ने इसे हत्या कर लटकाने का मामला बताया।
ननकादेवी का आरोप है कि जब वह बेटे की हत्या की तहरीर लेकर वजीरगंज थाने गई तो पुलिस ने यह कहते हुए उसकी तहरीर लेने से इनकार कर दिया कि मृतक की पत्नी की तहरीर पहले ही मिल चुकी है। एक दिसंबर को जब वह एसपी कार्यालय पहुंची तो थानेदार ने कार्रवाई का आश्वासन देते हुए दोबारा थाने बुलाया, लेकिन वहां पहुंचने पर उसे फिर भगा दिया गया।
अब सवाल यह है कि मृतक की मां की तहरीर लेने में पुलिस ने आनाकानी क्यों की? दोबारा थाने बुलाकर वापस भेजने की वजह क्या थी? यह पूरा मामला जांच का विषय है और पीड़िता न्याय की मांग कर रही है।