बाराबंकी में कर्मचारियों ने बाँधा काला फीता
बाराबंकी। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रान्तीय नेतृत्व के आह्वान पर बाराबंकी के कर्मचारियों ने कार्य दौरान काला फीता बांधकर विरोध प्रकट किया तथा प्रदेश शासन द्वारा बीती 06 मई को जारी शासनादेश की प्रतियां जलाई।
सीएम की मंशानुरूप नहीं शासनादेश
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद जनपद शाखा बाराबंकी के जिला मंत्री डॉ आर.पी.सिंह विसेन ने बताया कि, आज कोरोना महामारी पर नियंत्रण हेतु लगभग सभी विभागों के विशेषतया स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अपनी जान की बाजी लगाकर कार्य कर रहे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कोरोना से लड़ रहे सभी कर्मचारियों को प्रोत्साहन स्वरूप 25% राशि देने की घोषणा की थी। लेकिन, जारी शासनादेश में कुछ संवर्गों जैसे कि फार्मेसिस्ट, एक्सरे टेक्नीशियन आदि का नाम सूची में शामिल ही नहीं है। जारी शासनादेश सीएम की मंशा के अनुरुप नहीं है।
सूची से बाराबंकी नदारद
जो कर्मचारी इमरजेंसी, या अन्य चिकित्सा सम्बन्धी कार्य कर रहे हैं, उन्हें भी संक्रमण का खतरा बना रहता है। अतः इन कर्मचारियों का नाम जारी प्रोत्साहन सूची में शामिल न होना उनके साथ अन्याय है। उन्होंने आगे बताया कि, जारी सूची में जनपद बाराबंकी का नाम शामिल ही नहीं है।
प्राथमिकता पर हो वैक्सीनेशन
परिषद अध्यक्ष आरपी सिंह तथा कोषाध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र कुमार सिंह ने मांग की कि, कोरोना योद्धा कर्मचारियों के परिजनों का वैक्सीनेशन प्राथमिकता के आधार पर कराया जाये।
इन्होंने जलाईं शासनादेश की प्रतियां
जिला चिकित्सालय बाराबंकी में सम्पन्न कार्यक्रम में महेंद्र कुमार, आशीष यादव, ए.बी.पाण्डेय, दीपक वर्मा, आर.सी. वर्मा, एम पी चौधरी, जय प्रकाश नायक, विनोद यादव, अनिल जायसवाल, अमरेन्द्र मिश्रा, सुरेन्द्र वर्मा, महिला चिकित्सालय की मैट्रन श्रीमती मिथिलेश कुमारी, उमेश कुमार वर्मा, सुशील कुमार आदि लोगों ने शासनादेश की प्रतियां जलाई और जमकर नारेबाजी की।