
लखनऊ।
राजधानी लखनऊ में राष्ट्रीय चौकीदार सेवा समिति भारत के बैनर तले बड़ी संख्या में ग्राम चौकीदारों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पिछले 25 वर्षों से ग्राम चौकीदार पुलिस रेगुलेशन के अनुसार अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं, फिर भी उन्हें ना तो सम्मानजनक वेतन मिलता है और ना ही 30 दिन की नियमित ड्यूटी का अधिकार।
प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि शासन ग्राम चौकीदारों को महीने भर की नियमित ड्यूटी पर लगाए, क्योंकि जब-जब पुलिस बल की कमी महसूस होती है, प्रशासन उन्हें सड़क व्यवस्था संभालने, होमगार्ड या पीआरडी जैसी यूनिट्स की तरह तैनात कर देता है। ऐसे में चौकीदार जिम्मेदारी से ड्यूटी निभाते हैं, लेकिन वेतन और सुविधा के नाम पर उन्हें उपेक्षा का शिकार होना पड़ता है।
ग्राम चौकीदारों का कहना है कि वे 30 दिन की नियमित ड्यूटी करने के लिए तैयार हैं, ताकि उनके वेतन में वृद्धि हो सके और उनका परिवार सम्मानपूर्वक जीवन व्यतीत कर सके। समिति के पदाधिकारियों ने सरकार से अपील की है कि चौकीदारों की सेवा अवधि में संशोधन कर उन्हें 30 दिन की ड्यूटी पर नियमित किया जाए और वेतन बढ़ाया जाए।
प्रदर्शन के अंत में चौकीदारों ने यह भी कहा कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो वे आंदोलन को और उग्र रूप देंगे। सरकार से आग्रह किया गया कि वह उनकी अपील पर गंभीरता से विचार करे और ग्राम चौकीदारों की दशा सुधारने की दिशा में ठोस कदम उठाए।