नई दिल्ली। गुजरात के नए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल अपने मंत्रिमंडल को बदलना चाहते हैं। उनकी इस मांग से पार्टी में अंदरूनी कलह शुरू हो गया है। इस कलह के कारण बुधवार सुबह होने वाले शपथ ग्रहण समारोह को शाम के लिए टाल दिया गया था। लेकिन पार्टी में तनातनी बढ़ने के कारण इस समारोह को रद्द कर दिया गया। गुरुवार को नए मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण से पहले ही विधानसभा स्पीकर राजेंद्र त्रिवेदी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद वह भूपेंद्र पटेल के मंत्रिमंडल में शामिल हो गए। राजेंद्र त्रिवेदी ने इस्तीफा देते हुए कहा कि मैं तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहा हूं। गुजरात विधानसभा सचिवालय ने नोटिफिकेशन जारी कर इसकी जानकारी दी थी।
राजेंद्र त्रिवेदी बने मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले पहले मंत्री
राजेंद्र त्रिवेदी को 19 फरवरी, 2018 को स्पीकर बनाया गया था। उनसे पहले यह जिम्मेदारी रमनलाल वोरा संभाल रहे थे। दो बार के विधायक राजेंद्र त्रिवेदी इससे पहले प्रदेश सरकार में खेल और संस्कृति मंत्री भी रह चुके हैं। भूपेंद्र पटेल के नए मंत्रिमंडल में राजेंद्र त्रिवेदी को फिर से मंत्री पद मिलने के कयास लगाए जा रहे थे।
कई वरिष्ठ नेताओं की हो सकती है छुट्टी
विजय रुपाणी के इस्तीफे के बाद भूपेंद्र पटेल राज्य के नए मुख्यमंत्री बने। अब नए मुख्यमंत्री के लिए गुजरात में नया मंत्रिमंडल तैयार किया जा रहा है। भूपेंद्र पटेल 90 फीसदी पुराने मंत्रियों को बदलना चाहते हैं। इस नए मंत्रिमंडल में महिलाओं की संख्या ज्यादा होगी। तो वहीं कई पुराने और वरिष्ठ नेताओं की छुट्टी भी सकती है।
भूपेंद्र पटेल के नई कैबिनेट में 21 से 22 मंत्रियों को बुधवार शाम शपथ दिलाई जा सकती है। कैबिनेट में नए चेहरों को प्राथमिकता दी जा सकती है। तो वहीं नितिन पटेल, भूपेंद्र सिंह चुडास्मा, आरसी फाल्दू और कौशिक पटेल के सियासी भविष्य को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। नितिन पटेल राज्य की उपमुख्यमंत्री के साथ साथ वित्त मंत्री भी थे और भूपेंद्र चुडास्मा शिक्षा मंत्री का जिम्मा संभाल रहे थे। आरसी फाल्दू कृषी मंत्री के पद पर हैं और कौशिक पटेल राजस्व मंत्री हैं। अब इन चारों के पद पर संकट मंडरा रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि भूपेंद्र पटेल के मंत्रिमंडल में ये चेहरे देखने को नहीं मिलेंगे।