
हरदोई। सरकारी सेवा का मूल उद्देश्य जनता की समस्याओं का समाधान करना होता है, लेकिन जिले के वन संरक्षक अधिकारी (डीएफओ) जयंत भिमराव शेडे पर गंभीर आरोप लग रहे हैं कि वे अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए जनता से दूरी बनाए हुए हैं। सूत्रों के अनुसार, डीएफओ शेडे के कार्यालय में आम जनता के लिए प्रवेश पर रोक है। जब लोग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए पहुंचते हैं, तो घंटों इंतजार के बावजूद अधिकारी से मुलाकात करना असंभव हो जाता है। इससे जनता को अपने अधिकार और समस्याओं का समाधान पाने में गंभीर कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
सुरक्षा गार्ड्स का गैर-आधिकारिक काम
सूत्रों के अनुसार, डीएफओ कार्यालय में तैनात सुरक्षा गार्डों को केवल वन सुरक्षा का काम सौंपा गया था, लेकिन उन्हें साहब की सुरक्षा और सहायकों की तरह प्रशासनिक कार्य करने का अतिरिक्त जिम्मा दिया गया है। फोर्थ क्लास कर्मचारियों और माली को भी कार्यालय में प्रशासनिक कार्यों में लगाया जा रहा है, जो सरकारी सेवा नियमावली का उल्लंघन है। इससे न केवल सरकारी व्यवस्था कमजोर हो रही है, बल्कि प्रशासनिक तंत्र का सुचारू संचालन भी बाधित हो रहा है।
जिलाधिकारी के कार्यालय में आदर्श व्यवस्था
वहीं, जिले के जिलाधिकारी के कार्यालय में जनता के लिए सीधे अधिकारी से मिलने की खुली व्यवस्था है, बिना किसी मध्यस्थता या पर्ची के। यह मॉडल जनसुविधा और प्रशासनिक पारदर्शिता के लिए आदर्श है।
सरकारी सेवा नियमावली का उल्लंघन
डीएफओ के कृत्य सरकारी सेवा नियमावली के उल्लंघन के दायरे में आते हैं। सेवा नियमावली की धारा 3(1) के अनुसार अधिकारी का कर्तव्य है कि वह ड्यूटी के दौरान व्यक्तिगत लाभ के लिए कोई कार्य न करे। धारा 5(2) और धारा 9(1) में स्पष्ट किया गया है कि अधिकारी जनता के सामने जवाबदेह हो और जनहित में कार्य करे। डीएफओ शेडे द्वारा कर्मचारियों का निजी काम में उपयोग और सार्वजनिक समस्याओं से बचने का प्रयास सीधे नियमों का उल्लंघन है।
सवाल उठता है कार्रवाई का
अब सवाल यह उठता है कि क्या हरदोई के डीएफओ जयंत भिमराव शेडे के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई होगी? जिला प्रशासन को तत्काल कार्रवाई कर प्रशासनिक व्यवस्था सुधारने और भ्रष्टाचार को रोकने की दिशा में कदम उठाना चाहिए। यदि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं की गई, तो लोकतांत्रिक प्रणाली पर जनता का विश्वास कमजोर होगा और भ्रष्टाचार की जड़ें और गहरी होंगी।