थाने के बाहर गुमटियों पर नहीं लिखी जाएंगी तहरीरें: हरदोई एसपी के सख्त निर्देश, फरियादी खुद लाएंगे या थाने में लिखवाएंगे

हरदोई। जिले के पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन ने फरियादियों के शोषण पर रोक लगाने के लिए एक अहम कदम उठाया है। उन्होंने सभी थानों को निर्देशित किया है कि अब थाना परिसर या गेट के बाहर गुमटी लगाकर तहरीर (प्रार्थना पत्र) लिखने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

एसपी जादौन ने चेतावनी दी है कि अगर कोई व्यक्ति थाने के बाहर या परिसर में एप्लीकेशन लिखते हुए पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फरियादी या तो स्वयं घर से तहरीर लिखकर लाएगा, या थाने के भीतर मुंशी या दीवान से लिखवाएगा।

इस प्रक्रिया को पूर्ण पारदर्शिता के साथ लागू किया जाएगा। यदि तहरीर थाने में लिखवाई जाती है, तो उसकी वीडियोग्राफी की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि फरियादी की बातों के अनुसार ही आवेदन तैयार हो रहा है।

पूर्व में थानों के बाहर गुमटियों पर बैठने वाले लोग फरियादियों से 300 से 400 रुपये तक वसूलते थे। इसके अतिरिक्त, प्रधानी चुनाव के समय कुछ लोग घटनाओं को बढ़ा-चढ़ाकर तहरीरें लिखवाकर माहौल बिगाड़ते थे।

एसपी का यह निर्णय न केवल शिकायत प्रक्रिया को पारदर्शी बनाएगा, बल्कि फरियादियों के आर्थिक शोषण और भावनात्मक भ्रम को भी समाप्त करेगा। इस आदेश से उम्मीद है कि थानों में न्याय प्रक्रिया अधिक निष्पक्ष और प्रभावी होगी।