हरियावां चीनी मिल में गन्ना पेराई सत्र 2025–26 का शुभारंभ, मंत्री नितिन अग्रवाल ने किया उद्घाटन

हरियावां/हरदोई।डीसीएम श्रीराम लिमिटेड शुगर यूनिट हरियावां में बुधवार को गन्ना पेराई सत्र 2025–26 का शुभारंभ हुआ। प्रदेश के आबकारी एवं मध्य निषेध राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल ने पूजा-अर्चना कर तथा डोंगे में गन्ना डालकर पेराई सत्र का औपचारिक उद्घाटन किया। इसके बाद पहली ट्रॉली की तौल कर पेराई प्रक्रिया शुरू की गई।

कार्यक्रम में कार्यकारी निदेशक रोशन लाल टमक, सीओओ आशुतोष त्रिपाठी, इकाई प्रमुख प्रदीप त्यागी, जिला गन्ना अधिकारी निधि गुप्ता समेत विभिन्न चीनी मिलों के यूनिट हेड उपस्थित रहे।
इकाई प्रमुख प्रदीप त्यागी ने बताया कि इस वर्ष 205 लाख क्विंटल गन्ना पेराई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने किसानों से अधिक उपज देने वाली प्रजातियों को अपनाने और प्रति बीघा उत्पादन 90 से 100 क्विंटल तक बढ़ाने की अपील की।

मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश आज गन्ना, चीनी और इथेनॉल उत्पादन में देश में अग्रणी राज्य है। उन्होंने बताया कि 2017 में गन्ने का मूल्य ₹315 प्रति क्विंटल था, जिसे अब ₹400 प्रति क्विंटल कर दिया गया है। साथ ही किसानों को 15 दिन के भीतर भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।
इस अवसर पर कृषि यंत्रों और गन्ना प्रबंधन से जुड़ी प्रदर्शनी भी आयोजित की गई।


व्यवस्थाओं पर उठे सवाल: जाम, दुर्घटनाएं और किसानों की परेशानियां बरकरार

पेराई सत्र के शुभारंभ के बीच मिल परिसर की अव्यवस्थाएं एक बार फिर चर्चा में हैं। अतिरिक्त कैन यार्ड न होने से हर साल मुख्य मार्ग पर ट्रॉलियों की लंबी कतारें लग जाती हैं, जिससे राहगीरों को भारी परेशानी होती है। कई बार एम्बुलेंस तक जाम में फंस चुकी हैं।

तेज रफ्तार और ओवरलोड ट्रॉलियों के कारण दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति भी आम बात हो गई है। वहीं दूर-दराज से आने वाले किसानों के लिए ठहरने, भोजन, जल व ठंड से बचाव की सुविधाएं भी अपर्याप्त हैं।
अब देखना यह होगा कि मिल प्रशासन इस बार किसानों की सुविधा और सुरक्षा को लेकर क्या ठोस कदम उठाता है, या फिर यह सीजन भी पुरानी समस्याओं की पुनरावृत्ति का साक्षी बनेगा।