
हाथरस। जनपद की बस्तियों और मोहल्लों में दर्जनों झोलाछाप डाक्टरों के क्लीनिक खुलेआम संचालित हैं, जो मरीजों को ग्लूकोस की बोतल और लाल-पीली गोलियां देकर उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई अभी तक केवल खानापूर्ति तक सीमित है, जिससे झोलाछाप डाक्टरों में विभाग की कार्यवाही का कोई भय नजर नहीं आता।
स्थानीय लोगों ने बताया कि एक छोटी सी दुकान में ही क्लीनिक चल रहा है। क्लीनिक में मरीजों को दवाई दी जाती है और पास में बैड रखकर मरीजों का इलाज किया जाता है। झोलाछाप डाक्टर अलग-अलग नामों और दुकानों के तहत काम कर रहे हैं। इन दिनों जनपद की बस्तियों में ऐसे कई डाक्टर चर्चा में हैं।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, ये डाक्टर एमबीबीएस चिकित्सक भी हैरान कर दें, इतनी लंबी लिस्ट के रोगों का इलाज करने का दावा करते हैं। पहले स्वास्थ्य विभाग ने इनके खिलाफ कार्यवाही की थी, लेकिन ये डाक्टर दुकान बदलकर या नया क्लीनिक खोलकर फिर मरीजों को दवाई देना शुरू कर देते हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर स्वास्थ्य विभाग ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो झोलाछाप डाक्टरों का यह खेल लगातार जारी रहेगा और आम जनता का स्वास्थ्य गंभीर खतरे में रहेगा।