
हाथरस। आस्था, संस्कृति और भव्यता का संगम बने राम विवाह महोत्सव ने इस वर्ष नगर को अद्वितीय धार्मिक वातावरण से भर दिया। मुरसान गेट स्थित वर्मन कंपाउंड में सजी जनकपुरी ने पूरे क्षेत्र को दिव्यता और भक्ति से आलोकित कर दिया।
जनकपुरी के भव्य मंचन में जहां भगवान श्रीराम, सीता, लक्ष्मण और जनकजी के दरबार के दृश्य जीवंत प्रतीत हो रहे थे, वहीं आकर्षक सजावट, विद्युत रोशनियों की जगमगाहट और पुष्पों से सजे द्वार श्रद्धालुओं को स्वर्गीय आभास करा रहे थे। फव्वारों की रंगीन धाराएँ और भगवान श्रीकृष्ण का नौका विहार इस आयोजन का विशेष आकर्षण रहे।
जनकपुरी की शोभा देखने के लिए न केवल हाथरस नगर के लोग उमड़े, बल्कि अन्य जनपदों से भी श्रद्धालुओं का कारवां यहाँ पहुंचा। जगह-जगह रामभक्ति के जयकारे गूंजते रहे और वातावरण जय श्रीराम के उद्घोष से गूंजायमान हो उठा।
विजय नगर निवासी पं. गौरव शास्त्री ने आयोजन की सभी व्यवस्थाओं को बड़े ही व्यवस्थित ढंग से संभालकर जनकपुरी को भव्यता और अनुशासन का अद्भुत स्वरूप प्रदान किया। उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ आगंतुकों का पीत वस्त्र पहनाकर स्वागत किया, जिससे श्रद्धालुओं का हृदय भावविभोर हो उठा।
शहर की गलियों और सड़कों पर राम बारात निकाली गई, जिसे देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सजे-धजे हाथी-घोड़े, रथ और भव्य झांकियों ने वातावरण को और भी मनमोहक बना दिया। जगह-जगह श्रद्धालुओं ने फूल बरसाकर बारात का स्वागत किया।
जनकपुरी में पहुंचे भक्त और आगंतुक सजीव दृश्यों, सजावट और झांकियों के बीच सेल्फी और फोटो खींचकर इस पावन अवसर को यादगार बना रहे थे। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक रहा, बल्कि इसने नगर की सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक एकता का संदेश भी दिया। भक्तिमय माहौल में लोग देर रात तक झांकियों और सजावट का आनंद उठाते रहे।