भारत के मुकाबले 2000% महंगी मिल रही वैक्सीन
नई दिल्ली। दुनिया भर में कोरोना का कहर एक बार फिर तेजी से अपने पांव पसार रहा हैं। भारत में आत्मनिर्भर वैक्सीन कोवैक्सीन और आयातित वैक्सीन कोविशील्ड के आने के बाद भी लोग खतरे के घेरे से बाहर नहीं हैं। लेकिन पाकिस्तान में वैक्सीन का नाम लेने के लिए भी आम आदमी को अपनी जेब टटोलनी पड़ रही हैं।
कीमत ही कुछ ऐसी है
पाकिस्तान के औषधि नियामक प्राधिकरण ने पिछले सप्ताह देश में आयातित कोविड-19 टीकों का अधिकतम खुदरा मूल्य तय करने की प्रक्रिया अधिसूचित की थी। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, रूसी टीके ‘स्पूतनिक वी’ की दो खुराकों का अधिकतम खुदरा मूल्य 8,449, जबकि चीनी टीके ‘कोनविडेशिया’ के टीके के एक इन्जेक्शन का दाम 4,225 रुपये होगा।
‘दान’निर्भर पाक
पाकिस्तान में अब तक वयस्क टीकाकरण केन्द्रों (एवीसी) के जरिये कोविड-19 टीकाकरण चल रहा है। सरकार द्वारा टीके खरीदे जाने की प्रक्रिया बहुत धीमी गति है और वह संवेदनशील लोगों को टीके लगाने के लिये मोटे तौर पर दान पर निर्भर है।
6 लाख से अधिक केस
पाकिस्तान में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 3,669 नए मामले सामने आए हैं, जिसके साथ ही अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 630,471 हो गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय के अनुसार, कोरोना वायरस संक्रमण के चलते 20 और रोगियों की मौत के बाद मृतकों की कुल संख्या 13,863 हो गई है।
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