नई दिल्ली। ऑनलाइन पढ़ाई के नुकसान और फायदों के बारे में हम सब बखूबी जानते हैं। छोटे बच्चों का आपस में इंटरैक्ट करना बेहद जरूरी है। उससे वह एक्टिव रहते हैं और अच्छे से पढ़ पाते हैँ। 20 या 21 सितंबर को कैबिनेट बैठक में स्कूलों को खोलने पर विचार किया जाएगा। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि 22 सितंबर तक हिमाचल प्रदेश में स्कूलों को खोला जा सकता है।
22 सितंबर से यह कक्षाएं खुल सकती हैं
शिक्षा निदेशालय ने सभी स्कूलों को तैयार करने का आदेश दिया है। ऐसा अनुमान है कि 22 सितंबर से सभी विद्यार्थियों को फिर से स्कूल जाने का मौका मिल सकता है। जानकारी के अनुसार कक्षा 5वीं से 8वीं और 10वीं से 12 वीं कक्षाएं खुल सकती हैं। इससे पहले 2 अगस्त को 10वीं से 12 वीं तक की कक्षाओं को खोला गया था। लेकिन दुभाग्यवश कोरोना के मामले फिर से बढ़ने के कारण 10 अगस्त को स्कूलों को बंद करना पड़ा। मौजूदा स्थिति को देखते हुए 22 सितंबर से स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार किया जा रहा है।
क्या होते हैं ऑनलाइन पढ़ाई के नुकसान
वर्तमान की परिस्थितियों को देखते हुए ऑनलाइन पढ़ाई के फायदे हम सब जानते हैं लेकिन साथ ही इसके कई नुकसान भी हैं। बच्चों को अध्यापक से इंटरैक्ट करने में दिक्कत होती है। इसके साथ ही स्क्रीन टाइम के ज़्यादा बढ़ने से आंखों में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है ।जिससे आंखों में चश्मा लगने की नौबत भी आ सकती है।