नई दिल्ली। फारुख का जन्म 1933 में जौनपुर के जमींदार के परिवार में हुआ था फिर बड़े होकर उनकी शादी एक पत्रकार और स्वतंत्रता सेनानी सैयद मोहम्मद से हुई। सैयद मोहम्मद जफर ने फारूख को आगे बढ़ने और पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित किया फिर उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन लखनऊ विश्वविद्यालय से किया और आल इंडिया रेडियो में नौकरी की। बता दें शादी के बाद वह लखनऊ में ही रहने लगी थी।
पोते ने की मौत की पुष्टि
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की वरिष्ठ अभिनेत्री और पूर्व स्वतंत्रता सेनानी एमएलसी फारूख जफर का 88 की उम्र में निधन हो गया इस बात की पुष्टि उनके पोते ने ट्वीट कर दी और कहां मेरी दादी को शुक्रवार को ब्रेन स्टोक आने के बाद उन्होंने लखनऊ के अस्पताल में आखरी सांस ली, शाम 7बजें उनका निधन हुआ।
आखरी बार फिल्म ‘गुलाबो-सिताबो’ में दिखीं
फारूख कुछ समय पहले फिल्म गुलाबों सिताबो में दिखी उन्होंने फातिमा बेगम का किरदार निभाया था। बता दें वह अमिताभ बच्चन की पत्नी का किरदार निभा रही थी, जो 95 की उम्र में अपनी हवेली को बचाने के लिए अपने पुराने आशिक के साथ भाग जाती है। स्क्रीन राइटर जूही चतुर्वेदी ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर फारुख जफर के लिए शोक व्यक्त करते हुए लिखा, ”बेगम गईं। ना आप जैसा कोई था और ना होगा आपका दिल से शुक्रिया जो आपने हमको अपने से रिश्ता जोड़ने की इजाजत दी। अब अल्लाह की दुनिया में हिफाजत से रहिएगा।