नई दिल्ली। भारत सहित कई देशों के नागरिक अफ़गानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से ही काबुल छोड़ रहे है। भारत भी अपने नागरिकों को वहां से निकालने के लिए ऑपरेशन देवी शक्ति चला रहा है। हालांकि, भारत इस संकट की स्थिति में भी सिर्फ अपने नहीं बल्कि दूसरे देशों के नागरिकों को निकालने में भी मदद कर रहा है। गुरुवार को भी भारतीय वायुसेना का एक विमान 24 भारतीयों और 11 नेपाली नागरिकों को लेकर काबुल से दिल्ली के लिए रवाना हो चुका है ।
चलाया जा रहा है ऑपरेशन देवी शक्ति
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। बीते हफ्ते ही काबुल से नागरिकों को वापस देश लाए जाने के अभियान को ‘ऑपरेशन देवी शक्ति’ नाम दिया गया था।
इस वजह से अभियान का नाम देवी शक्ति रखा गया
अभियान का नाम देवी शक्ति इसलिए चुना गया है ,क्योंकि यह रेस्क्यू मासूम और निर्दोष लोगों को हिंसा से बचाने की एक कोशिश है। जैसे ‘मां दुर्गा’ राक्षसों से निर्दोषों को बचाती हैं। यहां यह भी ध्यान दिया जा सकता है कि पीएम नरेंद्र मोदी देवी दुर्गा के भक्त हैं और वह नवरात्रि के दिनों में उपवास रखते हैं।
अफ़गानिस्तान सेल से करे संपर्क
इससे पहले विदेश मंत्रालय ने अफ़गानिस्तान में रह रहे सभी भारतीयों से अपील की थी कि अगर उन्हें युद्धग्रस्त देश में किसी भी मदद की जरूरत है तो वे तुरंत स्पेशल अफ़गानिस्तान सेल से संपर्क करें।
228 भारतीय नागरिक और 77 अफगानी सिख को लाया गया भारत
अभी तक काबुल से करीब 626 लोगों को भारत लाया जा चुका है, जिनमें भारतीय नागरिकों के साथ ही अफगानी और नेपाली भी शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को बताया कि अभी तक कुल 626 लोगों को काबुल से लाया गया है, जिनमें 228 भारतीय नागरिक हैं और 77 अफगानी सिख।
दिनोंदिन ख़राब होते जा रहे है हालात
15 अगस्त को अफ़गानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से ही वहां के नागरिक देश छोड़कर भागना चाहते हैं। अफगानिस्तान में हालात दिनोंदिन बदतर होते जा रहे हैं।