कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अब उत्तर प्रदेश की राजनीतिक जमीन पर उतरने की रणनीति बनाई है. 2022 विधानसभा चुनाव की सियासी जंग फतह करने के लिए उत्तर प्रदेश में कांग्रेस संगठन को मजबूत करने के लिए प्रियंका गांधी ने पूरा ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है.
इसके लिए प्रियंका गांधी ने जनवरी से सूबे में रहकर ही चुनावी धार देने का फैसला किया है, जिसके लिए पार्टी की ओर से पूरी तैयारी की जा रही है.
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में करीब डेढ़ साल का समय बचा है, लेकिन प्रियंका गांधी ने अभी से चुनावी रणभूमि में उतरने का मन बनाया है.
प्रियंका बकायदा उत्तर प्रदेश में डेरा डालकर चुनावी खाका खीचेंगी. ऐसे में प्रियंका की जरूरतों के हिसाब से प्रदेश कार्यालय मे तैयारियां अंतिम दौर में चल रही हैं.
यूपी कांग्रेस दफ्तर
प्रियंका गांधी के लिहाज से यूपी कांग्रेस कार्यालय में मीटिंग के लिए बड़े हाल का निर्माण पूरा कर लिया गया है. पार्टी दफ्तर में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के लिए लॉन भी तैयार कर लिया गया है और प्रियंका के बैठने के लिए दफ्तर की तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं. प्रियंका के साथ उनके निजी सचिव और स्टाफ के पार्टी कार्यलय में ही बैठने की तैयारी की गई है.
प्रियंका गांधी का तफ्तर
कांग्रेस से मिली जानकारी के मुताबिक प्रियंका गांधी अगले साल जनवरी के पहले हफ्ते से लखनऊ में ही आकर चुनावी रणनीति बनाने का काम करेंगी. बता दें कि प्रियंका गांधी ने सूबे के संगठन को सभी ग्राम सभाओं तक पहुंचाने की रणनीति अपनाई है.
सूबे में पार्टी की कमान अजय कुमार लल्लू के हाथ में है, लेकिन प्रियंका छह सचिव को अलग-अलग क्षेत्रों की जिम्मेदारी दे रही हैं.
मीटिंग के लिए बन रहा हॉल
बता दें कि प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी, जिसके पहले करीब 490 ऑफिस बियरर्स और करीब 70 इन्वाइटी सदस्य होते थे, उसे घटाकर 55 सदस्यों वाली प्रदेश कमेटी बना दी. प्रियंका ने जुझारू और संघर्षशील लोगों को मौका दिया, जिसका असर सड़कों पर दिख रहा है.
मौजूदा समय में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्यों की औसत आयु 44 साल है. इसके अलावा दलित, अल्पसंख्यक और पिछड़ वर्ग के संगठन के लिए प्रियंका ने राष्ट्रीय संयोजक की जिम्मेदारी दे रखी है, जो अपने-अपने मोर्चे को मजबूत करने में जुटे हैं.