कोरोना संकट के बीच आर्थिक मोर्चे पर सरकार के लिए लगातार दूसरे महीने अच्छी खबर आई है. नवंबर महीने में वस्तु एवं सेवा कर (GST) का संग्रह 1,04,963 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. यह इस वित्त वर्ष में दूसरा सबसे ज्यादा कलेक्शन है.
दरअसल, लॉकडाउन खुलने के बाद अर्थव्यवस्था को उबारने की सरकारी कोशिशों का नतीजा मिलता दिख रहा है. इसके पहले अक्टूबर में भी जीएसटी कलेक्शन 1,05,155 करोड़ रुपये था, जो इस वित्त वर्ष का अब तक का रिकॉर्ड है.
सरकारी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक नवंबर महीने में CGST से 19,189 करोड़ रुपये, SGST से 25,540 करोड़ रुपये और IGST से 51,992 करोड़ रुपये का रेवेन्यू मिला है. IGST में 22,078 करोड़ रुपये का रेवेन्यू वस्तुओं के आयात से मिला है. इसके अलावा 8,242 करोड़ रुपये सेस के रूप में मिले हैं. आयात की गई वस्तुओं पर लगे सेस से 809 करोड़ रुपये का रेवेन्यू मिला है.
सरकार ने रेगुलर सेटलमेंट के तौर पर IGST में से 22,293 करोड़ रुपये CGST और 16,286 करोड़ रुपये SGST में सेटल किए हैं. रेगुलर सेटलमेंट के बाद केंद्र सरकार को 41,482 करोड़ रुपये, जबकि राज्य सरकारों को 41,826 करोड़ रुपये की आय हुई है.
अगर पिछले साल के नवंबर से तुलना करें तो GST रेवेन्यू में सुधार हुआ है. नवंबर-2019 के मुकाबले पिछले महीने जीएसटी कलेक्शन में 1.4% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. नवंबर-2019 में जीएसटी कलेक्शन 1,03,491 करोड़ रुपये रहा था. वहीं डेटा के मुताबिक 30 नवंबर तक 82 लाख GSTR-3B रिटर्न फाइल किए गए हैं.