इस बार की कैसी होगी अयोध्या की दीपावली

सीएम योगी सरकारी गोशालाओं द्वारा गाय के गोबर से तैयार किए गए विशेष दीपकों को जलाकर भव्य दीपोत्सव का आगाज करेंगे. 1992 के बाद यह पहला मौका होगा जब राम जन्मभूमि परिसर में इतने बड़े स्तर पर दीप जलाए जाएंगें.

हालांकि कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए दीपोत्सव को लेकर जिला प्रशासन ने विशेष गाइडलाइन तैयार की है. गाइडलाइन के मुताबिक दीपोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अनुमति पत्र लेना होगा. इसके बिना कोई भी शख्स इसमें शामिल नहीं हो सकेगा.

अयोध्या के जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने कहा कि कोरोना के प्रोटोकॉल को ध्यान में रखकर दीपोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. सभी कार्य समय पर पूरे किए जाएं इसकी तैयारी की गई है. दीपोत्सव में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कितने लोग शामिल हो सकते हैं, उनसे भी आधी संख्या में लोगों को दीपोत्सव में शामिल होने के लिए पास जारी किया जाएगा.

उन्होंने बताया, ‘बिना पास के पर्यटक या किसी भी अन्य व्यक्ति को दीपोत्सव में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी. सबसे पहले रामलला के परिसर में मुख्यमंत्री जाएंगे और वहीं पर राम लला की आरती कर दीपोत्सव की शुरुआत की अनुमति राम लला से लेंगे.’

दीपोत्सव के सभी पारंपरिक कार्यक्रम पहले की तरह ही होते रहेंगे. साकेत महाविद्यालय से रामायण के प्रसंगों पर आधारित झांकियां निकाली जाएगी. वहीं राम की पैड़ी पर इस बार साढे 5 लाख दीपक जलाकर नया कीर्तिमान बनाने की तैयारी है.

पिछले वर्ष भी यहां पर 4,26,000 दीपक जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया था. इस बार उस रिकॉर्ड से भी आगे निकलने की तैयारी है.

पिछली बार के 12 घाटों के मुकाबले इस बार 24 घाटों पर दीप जलाए जाएंगे और इसके लिए अवध विश्वविद्यालय के छात्रों समेत 10,000 वॉलंटियर तैनात किए जाएंगे. इस बार घाटों पर रचनात्मक कलाकारी भी देखने को मिलेगी घाटों पर भगवान राम के मंदिर का मॉडल, पुष्पक विमान, राम दरबार की कलाकृतियां बनाई जा रही हैं. इनके ऊपर दीपक जलाए जाएंगे.

अवध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रवि शंकर सिंह ने दीपोत्सव कार्यक्रम को लेकर कहा कि इस बार के आयोजन में विश्वविद्यालय का बहुत ही अहम योगदान होगा. पिछले वर्ष हमने 4,26,000 दीपक जलाए थे.

इस बार हमने 6 लाख से अधिक दीपक जलाने का लक्ष्य रखा है. घाटों की संख्या भी पहले 12 थी इस बार 24 घाट दिए गए हैं. इसलिए कार्य दोगुना हो गया है. आयोजन में कुल 8000 सक्रिय वॉलंटियर्स होंगे. 2000 वॉलंटियर को रिजर्व में रखा गया है. इस प्रकार कुल 10,000 वॉलंटियर काम में लगेंगे. हम अपने छात्र और छात्राओं को काम में लगाएंगे

तय कार्यक्रम के मुताबिक अयोध्या पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री योगी रामायण के प्रसंगों पर आधारित झांकियों का राम कथा पार्क पहुंचने पर स्वागत करेंगे.

उसके बाद राम और सीता के स्वरूप पुष्पक विमान से राम कथा पार्क पहुंचेंगे जहां मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी इनकी अगवानी करेंगे और आरती करेंगे. फिर यहीं राम का राज्याभिषेक होगा.

इस के बाद मुख्यमंत्री सीधे राम जन्मभूमि परिसर जाएंगे. जहां वह राम जन्मभूमि पर छोटी दीपावली के मौके पर रामलला की आरती उतारेंगे और रामलला से  दीपोत्सव की अनुमति मांगेंगे.

उसके बाद राम जन्मभूमि परिसर में गाय के गोबर से बनाए गए विशेष दीपक जलाए जाएंगे. यह दीपक सरकारी गोशालाओं में तैयार किए जा रहे हैं. 1992 के बाद यह पहला मौका होगा जब राम जन्मभूमि परिसर में बड़ी संख्या में दीपक प्रज्वलित किए जाएंगे.