अयोध्या में सुप्रीम कोर्ट द्वारा आवंटित की गई ज़मीन पर मस्जिद निर्माण की भी गतिविधियां तेज़ हैं. अयोध्या के धन्नीपुर में मस्जिद बनेगी.
इसका संचालन देखने वाले इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने सोमवार को अपना आधिकारिक लोगो जारी किया है. इस लोगो में दिल्ली स्थित हुमायूं के मकबरे की झलक देखने को मिलती है.
मस्जिद के निर्माण कार्य, व्यवस्था या फिर किसी अन्य आधिकारिक काम के लिए अब इसी लोगो का इस्तेमाल किया जाएगा.
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, अयोध्या के बाहरी क्षेत्र में मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ ज़मीन दी गई है. यहां पर मस्जिद बनाने और उसका संचालन करने के लिए इस संगठन को बनाया गया है.
जो नया लोगो बनाया गया है उसे अरबी भाषा के प्रतीकों में एक अध्याय के अंत के तौर पर देखा जाता है. 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर की नींव पड़ गई.
इसी के बाद ही मस्जिद को लेकर भी हलचलें तेज़ होने लगी हैं. हालांकि अभी इसका निर्माण नहीं शुरू हुआ है.
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इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के सचिव अतहर हुसैन ने कहा था कि ट्रस्ट का गठन 19 जुलाई को हुआ, उसके बाद कई वर्चुअल मीटिंग्स हो चुकी हैं. लेकिन कोरोना संकट और लॉकडाउन के कारण मुख्य तौर पर कामकाज आगे नहीं बढ़ पाया है.
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साथ ही अभी ट्रस्ट का ऑफिस बनना है, साथ ही ट्रस्ट के नाम से कई कागज़ी कामों का भी होना बाकी है. इस ट्रस्ट में भी 15 लोग होंगे, जिनमें से 9 को नामित किया जा चुका है.
जबकि बाकी 6 के नाम आने बाकी हैं, बीते दिनों ही ऐलान किया गया था कि यहां पर बनने वाली मस्जिद का नाम बाबर के नाम पर नहीं होगा.