हैदराबाद थाना क्षेत्र में नहीं थम रहा अवैध मिट्टी खनन, प्रशासन मूकदर्शक

बिलहरी खीरी। हैदराबाद थाना क्षेत्र के ढखबा belt में अवैध मिट्टी खनन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि खनन माफिया बेखौफ होकर लगातार मिट्टी निकाल रहे हैं और पुलिस से लेकर स्थानीय राजस्व कर्मियों तक की मिलीभगत के कारण यह धंधा खुलेआम फल-फूल रहा है।

गोला–रजागंज रेलवे लाइन के पास कटान स्थल पर पिछले तीन–चार दिनों से बड़े पैमाने पर अवैध मिट्टी खनन जारी है, लेकिन न तो किसी प्रशासनिक अधिकारी ने संज्ञान लिया और न ही स्थानीय पुलिस ने प्रभावी कार्रवाई की। ग्रामीणों के अनुसार, हेल्का लेखपाल, चौकी इंचार्ज और सिपाहियों की शह पर मिट्टी का अवैध कारोबार निर्बाध रूप से चल रहा है, जिससे राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है।

ग्रामीणों ने बताया कि जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण सरकार की छवि खराब हो रही है, जबकि खनन माफिया रोजाना लाखों रुपये के राजस्व को चूना लगा रहे हैं। सेमरई गांव की स्थिति तो और चिंताजनक है, जहां खेतों को इतना गहरा खोद दिया गया है कि वे जानवरों और आम लोगों के लिए ‘कब्रगाह’ बनते जा रहे हैं। बड़े-बड़े गड्ढों में किसी भी दुर्घटना का खतरा हमेशा बना रहता है।

ढखबा क्षेत्र के सेरपुर, कोरबा, राजेपुर, कोरैया, कंधरापुर, कोटबारा सहित कई गांव अवैध मिट्टी खनन के मुख्य केंद्र बन चुके हैं। ग्रामीण बताते हैं कि इन इलाकों से रोजाना सैकड़ों ट्रॉलियाँ मिट्टी भरकर निकलती हैं और पुलिस की ‘कमाई’ का जरिया बनी रहती हैं।

इस संबंध में थानाध्यक्ष हैदराबाद सुनील कुमार मलिक ने कहा कि “पुलिस मिट्टी खनन नहीं रोक सकती। इसके लिए खनन विभाग जिम्मेदार है। घरेलू उपयोग के लिए लोग मिट्टी ले जाते हैं, वह जायज है।”