इल्म का गुलिस्तां “इलिमपुर” शिक्षा के दीप की जग रही अलख!

जौनपुर। आज के दौर में जहाँ शिक्षा बच्चों के लिए बोझ और तनाव का पर्याय बनती जा रही है, वहीं सिरकोनी ब्लॉक के कमोजिट विद्यालय, इलिमपुर ने शिक्षा की परिभाषा बदल दी है। प्रधानाध्यापक श्री महेन्द्र प्रताप सिंह के कुशल नेतृत्व में यह विद्यालय न केवल शैक्षिक गुणवत्ता में नए आयाम गढ़ रहा है, बल्कि बच्चों के लिए खुशियों और सीख का ऐसा गुलिस्तां बन गया है जो हर दृष्टि से प्रेरणादायी है।

इल्म का गुलिस्तां “इलिमपुर”:
गोमती और सई नदी के पावन तट के सानिध्य में स्थित यह विद्यालय हरा-भरा, स्वच्छ और शांत वातावरण प्रदान करता है, जो बच्चों को आकर्षित करता है और सीखने का आनंद बढ़ाता है।

आधुनिक शिक्षण-पद्धति और नवाचार:
विद्यालय लर्निंग बाय डूइंग की अवधारणा पर कार्य कर रहा है। यहाँ किचन गार्डन, इको क्लब, ‘एक पेड़ के नाम’ पहल, और बीजों की नर्सरी के माध्यम से बच्चों में कौशल और जिम्मेदारी का बीजारोपण हो रहा है। इसके साथ-साथ ICT, डिजिटल लिट्रेसी, विज्ञान प्रयोगशाला, वर्किंग मॉडल और विज्ञान प्रदर्शनी जैसी सुविधाएँ बच्चों में आत्मविश्वास और नवाचार की सोच पैदा कर रही हैं।

उपलब्धियाँ और प्रतियोगिताएँ:
ओलम्पियाड, ब्लॉक स्तरीय क्विज, स्पेल बी, योगा, विज्ञान प्रदर्शनी, खेलकूद प्रतियोगिताएँ तथा जौनपुर महोत्सव जैसे आयोजनों में विद्यालय के छात्र लगातार अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं।

संपूर्ण विकास:
यहाँ शिक्षा केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं है। खेल, सौहार्द, सांस्कृतिक गतिविधियाँ, कला, नैतिक मूल्य और राष्ट्रीयता भी बच्चों के विकास का हिस्सा हैं। इससे बालक-बालिकाएँ न केवल पढ़ाई में, बल्कि जीवन मूल्यों में भी प्रखरता हासिल कर रही हैं।

आधारभूत सुविधाएँ:
विद्यालय में डिलक्स शौचालय, कचरा प्रबंधन यूनिट, RO प्योरीफायर, ICT और डिजिटल संसाधन, सुसज्जित कक्षाएँ, हरित परिसर, मॉर्डन लाइब्रेरी और प्रशिक्षित शिक्षकों का संतुलित संयोजन उपलब्ध है।

निस्संदेह, इल्म का गुलिस्तां इलिमपुर शिक्षा जगत में एक ऐसा उदाहरण बनकर उभर रहा है, जिसकी आज के समय में बच्चों और समाज को सबसे अधिक आवश्यकता है।