भारत आंतरिक रूप से कट्टरपंथी नहीं- जावेद अख्तर
नई दिल्ली। शिवसेना अखबार में प्रकाशित एक लेख में, प्रसिद्ध गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने हिंदुओं को “दुनिया के सबसे सहिष्णु बहुमत” के रूप में प्रशंसा की। अख्तर के लेख के अनुसार हिंदू दुनिया के सबसे विनम्र और सहिष्णु बहुसंख्यक हैं। अख्तर के अनुसार, भारत कभी अफगानिस्तान नहीं बनेगा, क्योंकि यहा आंतरिक रूप से कट्टरपंथी नहीं है।
क्या है जावेद अख्तर के लेख में
जावेद अख्तर ने अपने लेख में कहा, “हिंदुत्व को तालिबान से जोड़ना हिंदू संस्कृति का अपमान है।”
जावेद अख्तर लिखते हैं, “हाल ही में एक साक्षात्कार में, मैंने कहा कि हिंदू दुनिया में सबसे विनम्र और सहिष्णु बहुसंख्यक हैं।” मैंने यह भी कहा है कि भारत कभी भी अफगानिस्तान जैसा नहीं होगा क्योंकि भारतीय स्वभाव से कट्टरपंथी नहीं हैं। कोमल होना इसके डीएनए में है।”
अख्तर ने की उद्धव ठाकरे की जमकर तारीफ
अख्तर के अनुसार, जो उसका पीछा कर रहे थे, वे गुस्से में थे, क्योंकि उन्होंने तालिबान की विचारधारा और हिंदू दक्षिणपंथ के बीच समानताएं देखीं। हिंदू विचारधारा एक हिंदू विलासिता चाहता है, जबकि तालिबान धर्म के आधार पर एक इस्लामी सरकार बना रहा है। तालिबान द्वारा महिलाओं के अधिकारों में कटौती की जा रही है। दक्षिणपंथी पक्ष ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे महिलाओं की स्वतंत्रता का समर्थन नहीं करते हैं।
हालांकि अख्तर ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, “यहां तक कि उनके सबसे मजबूत आलोचक भी उन पर (उद्धव ठाकरे) भेदभाव या अन्याय का आरोप नहीं लगा सकते।”