हालातों पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार का फैसला
नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस ने तबाही मचा रखी है। हालात बहुत खतरनाक होते जा रहे है। अस्पतालों में कही बेड तो कही ऑक्सीजन खत्म होने की कगार पर है। हर कोई कोरोना वायरस पर लगाम लगाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन हर के अलावा कुछ देखने को नही मिल रहा है। इस महामारी के संकट के बीच देश में ऑक्सीजन की कमी दूर करने के लिए सरकार बड़े स्तर पर काम कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी, केंद्र सरकार, राज्य सरकारें, स्वास्थ्य मंत्रालय, रेलवे विभाग, सेना, एयरफोर्स, पुलिस विभाग दिन रात लोगों की सांसे बचाने के लिए काम कर रहे हैं। अब हालातों को देखते हुए सरकार विदेशों से ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट मंगवाने जा रही है। ये प्लांट हर घंटे करीब 2400 लीटर ऑक्सीजन तक बना सकते हैं। इन्हें लाने का जिम्मा रक्षा मंत्रालय ने उठाया है।
जर्मनी से 23 ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट
देश में हालात संभालने के लिए अब केंद्र सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है। जिसके तहत अब केंद्र सरकार, सिंगापुर और से उच्च क्षमता वाले आक्सीजन टैंकर मंगाने जा रही है। इससे पहले जर्मनी से 23 ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट हवाई मार्ग से लाने का फैसला हो चुका है।
बता दें कि इनमें से हर प्लांट प्रति मिनट 40 लीटर और प्रति घंटा 2400 लीटर आक्सीजन उत्पादन कर सकता है। मंत्रालय ने यह निर्णय देश में कोरोना से बिगड़ते हालातों को देखते हुए लिया है। क्योंकि ऐसे समय में जब देश में कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है और कई राज्य ऑक्सीजन की कमी का सामना कर रहे हैं।
ऑक्सीजन संकट को दूर करने की कोशिश
इस बीच गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यों को उत्पादन बढ़ाने के लिए बंद पड़ी ऑक्सीजन इकाइयों को दोबारा शुरू करने के निर्देश दिए हैं। ताकि जल्द से जल्द देश में ऑक्सीजन संकट पूरी तरह दूर हो सके। वहीं किसी भी मरीज की जान ऑक्सीजन की कमी की वजह से न जाए।