भारत को तीन और राफेल लड़ाकू विमान मिलने वाले हैं, जो अंबाला में गोल्डन एरो स्क्वाड्रन का हिस्सा होंगे
यूएई के रास्ते से आएंगे राफेल
भारत को फ्रांस से लड़ाकू विमान मिलने का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में बुधवार को तीन और राफेल लड़ाकू विमान मिलने वाले हैं, जो अंबाला में गोल्डन एरो स्क्वाड्रन का हिस्सा होंगे। सूत्रों ने बताया कि फ्रांस से आ रहे 3 राफेल बुधवार रात 10:30 बजे तक गुजरात के जामनगर तक पहुंच जाएंगे। अधिकारियों की मानें तो अगले महीने तक 7 से 8 राफेल और भारत आ सकते हैं। फ्रांस से उड़ान भरने के बाद तीनों लड़ाकू विमानों को UAE के रास्ते आएंगे, जहां उन्हें हवा में ईंधन भरने की सुविधा मिलेगी
अंबाला में गोल्डन एरो स्क्वाड्रन में जुड़ जाएंगे राफेल
सरकारी सूत्रों ने बताया कि बुधवार रात तो 10:30 बजे फ्रांस से आ रहे 3 राफेल जामनगर में उतरेंगे। उन्होंने बताया कि अप्रैल में ही फ्रांस से 7 से 8 राफेल और आने हैं। यानी, अगले कुछ दिनों में ही हमारे पास 10 से ज्यादा राफेल लड़ाकू और होंगे। इसके बाद हमारे पास राफेल लड़ाकू विमानों की संख्या 21 के आसपास पहुंच जाएगी। अभी 11 लड़ाकू विमाना अंबाला की 17वीं स्क्वाड्रन का हिस्सा हैं।
36 में से 14 आ गए, 22 राफेल आने बाकी
जानकारी के मुताबिक, शाम करीब सात बजे तीनों ही राफेल विमान गुजरात पहुंचेंगे। इन तीन राफेल के मिलने के साथ ही अब गोल्डन एरो स्क्वाड्रन में राफेल की कुल संख्या 14 हो गई है। जो राफेल लड़ाकू विमान बुधवार को भारत पहुंच रहे हैं, वो M88-3 Safran के डबल इंजन से युक्त हैं। जिनमें स्मार्ट वेपन सिस्टम लगाया गया है, जो दुश्मन को मिट्टी में मिला सकते हैं। पिछले साल चीन सीमा पर दिखाई थी ताकत गौरतलब है कि पिछले साल जुलाई-अगस्त में भारत को फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमान मिलने शुरू हो गए थे। पहले इन्हें फ्रांस में ही रिसीव किया गया, फिर ट्रेनिंग के बाद ये भारत आए। भारत आते ही राफेल लड़ाकू विमान अपने मिशन पर लग गए थे। पिछले साल जब लद्दाख सीमा पर चीन के साथ तनाव चल रहा था, तब राफेल लड़ाकू विमान ने लेह-लद्दाख के आसमान में अपना जलवा दिखाया था। जानकारी के लिए बता दें कि भारत को फ्रांस से कुल 36 राफेल लड़ाकू विमान मिलने हैं, जिनका समझौता साल 2016 में हुआ था। 2020 से इन विमानों की डिलीवरी शुरू हुई और साल 2022 के अंत तक सभी 36 विमान भारत को मिल जाएंगे।