लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे की तरक्की के लिए इंडस्ट्री, इन्फ्रास्ट्रक्चर और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में बीते वर्ष से अधिक बजट इस वर्ष आवंटित किया है। ताकि प्रदेश की तरक्की में धन की कमी बाधा ना बनने पाए। सीएम योगी बखूबी जानते हैं कि राज्य के तरक्की की पहचान उसके बेहतरीन इन्फ्रास्ट्रक्चर से होती है।
जिस भी सूबे में बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी होगी, उतने ही बड़े पैमाने पर उस राज्य में निवेश आता है। राज्य में विकास के साथ बड़े पैमाने पर रोजगार के साधन उत्पन्न होते हैं। तरक्की का यही स्थापित फार्मूला है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन तीन सेक्टरों में बजट में 32 हजार करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि का आवंटन किया है। इस बजटीय आवंटन के जरिये मुख्यमंत्री ने गंगा एक्सप्रेस वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के माध्यम से सूबे को पूरब से लेकर पश्चिम तक जोड़ दिया है।
इसके लिए इंडस्ट्री सेक्टर में 16660.78 करोड़ रुपये का बजटीय प्राविधान किया गया है। बीते साल 8541.27 करोड़ रुपये बजट में दिए गए थे। इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने भारी और मध्यम उद्योग में 105 फीसदी की वृद्धि की है।
जिसके तहत इस वर्ष 14987.83 करोड़ रुपये बजट में आवंटित किए गए हैं। जबकि बीते वर्ष के बजट में 7306.91 करोड़ रुपये आंवटित हुए थे। इसमें गंगा एक्सप्रेस वे परियोजना में भूमि अधिग्रहण, खरीद और यूटिलिटी शिफ्टिंग आदि के लिए 7852.87 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
बीते वर्ष के मुकाबले यह धनराशि 34.46 फीसदी अधिक है। इसी प्रकार सरकार ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे परियोजना में 98.89 फीसदी और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे परियोजना में 114.96 फीसदी वृद्धि की गई है।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे परियोजना में 1491.71 करोड़ रुपये और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे परियोजना में 859.83 करोड़ रुपये बजट में आंवटित किये गए हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे परियोजना के लिए भी बजट में 1106.79 करोड़ रुपये दिए गए हैं।